भिलाईनगर। भिलाई इस्पात संयत्र के सेफ्टी डिपार्टमेंट हुए हादसे में गंभीर रुप से घायल मजदूर की ईलाज के दौरान मौत हो गई। ठेका मजदूर जिस स्थान पर 3 मंजिल की ऊंचाई पर काम कर रहा था, वे जर्जर स्थिति में होना बताया जा रहा था। जर्जर प्लेटफॉर्म पर मजदूर को खड़ा होकर काम कर रहा था, तभी यह हादसा हुआ।
सड़ चुके प्लेटफॉर्म से मजदूर करीब 35 फीट नीचे गिरा। मल्टीपल फै्रक्चर और सिर में गहरा जख्म होने की वजह से जान नहीं बचाई जा सकी। बीती रात सेक्टर 9 हॉस्पिटल के आइसीयू में अंतिम सांस ली। परिवार और यूनियन के लोग सुबह से ही अस्पताल में डटे रहे। 5 लाख रुपए मुआवजा की मांग की गई। बीएसपी प्रबंधन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि परिवार के एक आश्रित को नौकरी दी जाएगी। इस वजह से नौकरी के विषय पर हंगामा नहीं हो सका। वहीं, ठेकेदार से पांच लाख रुपए की मांग को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। काफी देर तक विवाद बना हुआ था। अंत में तय हुआ कि 2 लाख रुपए मुआवजा और अंतिम संस्कार आदि कार्य के लिए 70 हजार रुपए दिया जाएगा। इसके बाद मामला शांत हुआ। परिवार शव लेने को तैयार हो गया। ज्ञात हो कि संयंत्र के सिंटरिंग प्लांट.3 11 दिसम्बर को मजदूर तीन मंजिल ऊंचाई से जमीन पर गिर गया। उन्हें सेक्टर-9 हॉस्पिटल के आइसीयू में भर्ती किया गया है। खुर्सीपार के शहीद वीर नारायण सिंह केपीआर का रहने वाला 49 वर्षीय राम प्रसाद लाहरे सिंटरिंग प्लांट 3 में पाइप लाइन के कार्य में जुटा हुआ था। तभी यह घटना हुुई।