शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है. लगातार पांचवें दिन शेयर मार्केट ने निवेशकों को खून के आंसू रुलाए. सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को 1.5 फीसदी से ज्यादा टूट गए. लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स में देखने को मिला. जहां निफ्टी मिडकैप 100 में 3.53 फीसदी की गिरावट आई तो वहीं स्मॉलकैप 100 तो करीब 4 फीसदी (3.97) लुढ़क गया. ऐसे में कई लोगों को ये लग सकता है कि यह पोजिशन बनाने का समय है. लेकिन एक्सपर्ट इसके विपरीत बात बोल रहे हैं.
मार्केट एक्सपर्ट्स ने अभी निवेशकों को ब्रॉडर इंडासेज से दूरी बनाने की सलाह दी है. उनका मानना है कि अभी इन शेयरों में और गिरावट देखने को मिल सकती है. मार्केट एक्सपर्ट रघुवेंद्र सिंह ने न्यूज आउटलेट बिजनेस टुडे से कहा है, “निवेशकों को अभी बाजार से दूर रहना चाहिए और किसी भी बेंचमार्क या व्यापक सूचकांकों में अवसर तलाशने से बचना चाहिए. कम से कम मार्च तक इंतजार करें, क्योंकि कई शेयरों में भारी गिरावट आई है, लेकिन इसका पूरा असर अभी इंडेक्स पर नहीं दिखा है.”
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने भी इसी तर्ज पर बात की है। उनका भी मानना है कि अभी कई शेयरों का वैल्यूएशन काफी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि स्मॉल और मिडकैप शेयरों का वैल्यूएशन अभी भी काफी ज्यादा है। इसके अलावा उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया फैसले पर भी चर्चा की, जिसमें उन्होंने स्टील और एल्युमीनियम पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसका असर मैक्सिको, ब्राजील, साउथ कोरिया और वियतनाम जैसे देशों पर ज्यादा पड़ेगा। उन्होंने कहा, “इस फैसले से मेटल की कीमतों पर लंबे समय तक दबाव रह सकता है।”
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी स्ट्रैटेजी के निदेशक क्रांति बाथिनी ने कहा कि इन टैरिफ का मुद्रास्फीति पर भी असर पड़ सकता है। इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन की आगामी गवाही बाजार के लिए कुछ दिशा-निर्देश दे सकती है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली के कारण बाजार लगातार दबाव में बना हुआ है।
सेंसेक्स के सभी शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। जोमैटो, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड और एलएंडटी के शेयरों में 5% तक की गिरावट आई। वहीं, कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा स्टील, एचयूएल, बजाज फिनसर्व, अडानी पोर्ट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट और सन फार्मा में 2% से ज्यादा की गिरावट आई। आज कोल इंडिया, गेल, एमआरएफ, टाटा मोटर्स, वरुण बेवरेजेज, गुजरात गैस और स्टार हेल्थ के शेयर एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गए। वहीं, वॉकहार्ट, वक्रांगी, केपीआई ग्रीन एनर्जी और जय कॉर्प के शेयर लोअर सर्किट लिमिट पर पहुंच गए।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने पिछले सत्र में 2,463.72 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 1,515.52 करोड़ रुपये की खरीदारी की. एक्सचेंज डेटा से यह जानकारी मिली है.