सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व गतिविधियों के तहत 01 फरवरी 2025 को कांकेर जिला स्थित अनुसूचित जनजाति के दो छात्रावासों में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु वाटर प्यूरीफायर स्थापित किया।
गौरतलब हो कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष ने 21 नवंबर 2024 को अपनी समिति के सदस्यों के साथ सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने संयंत्र द्वारा अनुसूचित जनजाति के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
आयोग के सचिव ने भिलाई इस्पात संयंत्र के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में कांकेर जिले के दो छात्रावासों – पूर्व माध्यमिक कन्या छात्रावास, अलबेला पारा और आदिवासी कन्या आश्रम, सिंगारभाट, डूमर पारा में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
संयंत्र प्रबंधन ने अनुरोध पर विचार कर तत्काल कार्रवाई करते हुए सीएसआर अधिकारियों को दोनों छात्रावासों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के बाद दोनों छात्रावासों में 50 लीटर क्षमता वाले एक्वागार्ड वाटर प्यूरीफायर लगाने का निर्णय लिया गया। 01 फरवरी 2025 को भिलाई इस्पात संयंत्र के सीएसआर विभाग द्वारा दोनों छात्रावासों में वाटर प्यूरीफायर लगाया गया|
छात्रावासों की छात्राओं और अधीक्षकों ने स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए संयंत्र प्रबंधन के प्रति आभार व्यक्त किया। यह पहल समाज के वंचित वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध भिलाई इस्पात संयंत्र की सीएसआर गतिविधियों का हिस्सा है|