रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने अधिकतर सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव समेत सभी बड़े नेताओं को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा गया है। पार्टी ने 90 सीटों वाली विधानसभा के लिए 83 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा अब तक की है। इनमें से एक महंत भी शामिल हैं जिन्हें रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है।
पहले भी रहे हैं विधायक
ऐसा नहीं है कि रामसुंदर दास पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। वह कांग्रेस के टिकट पर पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं। 2003 में वह छत्तीसगढ़ के पामगढ़ से लड़े थे और जीत हासिल की थी। 2008 में उन्होंने जयजयपुर से चुना था। लेकिन 2013 में उसी सीट पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2018 में भूपेश बघेल की सरकार बनी तो उन्हें गौ सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया गया। दास अक्सर बघेल के साथ नजर आते हैं और सीएम के करीबी माने जाते हैं।
कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए 53 उम्मीदवारों वाली दूसरी सूची जारी की तो इसमें महंत रामसुंदर दास का नाम भी शामिल था जो छत्तीसगढ़ के दूधाधारी मंदिर के महंत हैं। दिसंबर 2021 में दास उस समय सुर्खियों में आए जब उन्होंने रायपुर में हुई धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों का खुलकर विरोध किया था। उन्होंने मंच से ही आपत्ति जाहिर करते हुए खुद को धर्म संसद से अलग कर लिया था।
सात बार के विधायक से मुकाबला
नवंबर में होने जा रहे चुनाव में दास को कांग्रेस पार्टी ने अपना चेहरा बनाकर एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। दास का मुकाबला रायपुर दक्षिण सीट पर भाजपा उम्मीदवार बृजमोहन अग्रवाल से होगा, जो कि लगातार सात बार जीत चुके हैं। अब रामसुंदर दास और बृजमोहन अग्रवाल में जनता किसे अपना प्रतिनिधि बनाती है यह 13 दिसंबर को मतगणना के बाद ही साफ होगा, लेकिन रायपुर दक्षिण सीट की गिनती हॉट सीट में होने लगी है।