रायपुर। दिसंबर में छत्तीसगढ़ के नगरीय निकाय के पार्षद और अध्यक्षों के पद हेतु चुनाव होने हैं । प्रदेश में भाजपा के सत्ता पर काबिज होने के बाद यह तीसरा चुनाव होगा।
वर्तमान में नगरीय निकायों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। कर्मचारियों का वेतन भी समय पर नहीं हो पा रहा है। ऐसी स्थिति में चुनाव में भाजपा का काबिज होना कठिन नजर आ रहा है। प्रदेश के लगभग सभी निगमों में कांग्रेस के अध्यक्ष और महापौर काबिज हैं। इसे हथियाने भाजपा संगठन को नई रणनीति के तहत कार्य करना होगा।
आगामी निकाय निकाय चुनाव के पहले सरकार ने पालिकाओं में अपने चहेते अधिकारियों और कर्मचारियों की पदस्थापना करने लगी है। प्रथम चरण में लगभग 24 कर्मचारियों को स्थानांतरित किया है वहीं कुछ स्थानांतरण में परिवर्तन कर कार्यों में तेजी लाने की कोशिश की जा रही है।