आरोपियों के द्वारा छद्म नाम से टेलीफोनिक बातचीत कर अत्यधिक लाभ का झांसा देकर फजी खातों में करवाते थे रकम जमा
दुर्ग ।आवेदक रोहित बघेल उम्र 62 वर्ष निवासी आदर्ष नगर दुर्ग थाना पद्यमनाभपुर उपस्थित होकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया कि आर.के.टेक्नालॉजी कम्पनी के कर्मचारी सिद्धार्थ सक्सेना द्वारा शेयर बाजार में टेंडिंग के नाम पर डी-मेट एकांउट खुलवाकर कुल रकम 01 करोड़ 29 लाख रूपये शेयर में निवेश कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी किया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना पद्यमनाभपुर में अपराध क्रमांक 126/2024, धारा 420, 467, 468, 471, 406, 34 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश एवं मार्गदर्शन में एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक कपिल देव पाण्डेय व थाना प्रभारी पद्यमनाभपुर परिवीक्षाधीन भापुसे श्री अक्षय साबद्रा (भापुसे) के नेतृत्व में एसीसीयू एवं थाना की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा प्रार्थी से संपर्क स्थापित कर घटना से संबंधित विस्तृत जानकारी जैसे कि घटना अवधि के दौरान प्रार्थी के मोबाईल पर आने वाले नम्बरों एवं टेंडिंग कार्य को संचालित करने के लिए पैसो के लेने देन में उपयोग होने वाले बैंक एकाउण्ट के संबंध में एकत्रित कर सूक्ष्मता से विष्लेषण किया गया। मोबाईल नम्बरों के कॉल डिटेल प्राप्त किये गये, ठगी में उपयोग किये विभिन्न बैंकों के खातों का स्टेटमेंट प्राप्त किया गया, जिनका सूक्ष्मता से विष्लेषण करने पर यह जानकारी प्राप्त हुई कि घटना करने वाले आरोपियों द्वारा घटना उत्तर प्रदेश के झांसी शहर में रहकर की जा रही है एवं पैसों का आहरण एक खाता से दूसरे खाता में मध्यप्रदेश के छत्तरपुर, ग्वालियर, राजनगर, भोपाल, झांसी (उ.प्र.) से एटीएम के माध्यम से रकम की निकासी की जा रही है। आरोपियों की उपस्थिति लगातार परिवर्तित हो रही थी जिससे वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर एक विशेष टीम निरीक्षक अम्बर सिंह के नेतृत्व में भोपाल के लिए रवाना किया गया। आरोपियों की उपस्थिति लगातार भोपाल से ग्वालियर, शिवपुरी, इंदौर फिर झांसी में होना पता चला, जिसके आधार पर टीम झांसी पहुंचकर आरोपियों की पतासाजी उनके उपस्थिति के आधार पर कर रही थी। इसी दौरान स्थानीय स्तर पर पतासाजी करने पर झांसी स्थित सर्व नगर में चावड़ा बिल्डर्स के अपार्टमेन्ट में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की उपस्थिति का होना पता चला। प्रकरण से संबंद्ध मोबाईल नम्बरों का लोकेशन भी उसी स्थान पर पाये जाने से टीम द्वारा लगातार पतासाजी के उपरांत चावड़ा बिल्डर्स के तीसरे माले में स्थित एक अपार्टमेन्ट को चिन्हित कर दबिष दी गयी। जहाँ आकाश चौहान, अमित यादव, गौरव सिंह परमार, दिग्विजय सिंह बुंदेला, षिवम यादव एवं बाबू रैंकवार को पकड़ा गया, जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन व सिम कार्ड प्राप्त हुआ। जिनसे पृथक-पृथक विस्तृत पूछताछ करने पर आकाश उर्फ लक्की के द्वारा छद्म नाम सिद्धार्थ सक्सेना, अमित यादव के द्वारा छद्म नाम राहुल गुप्ता व विक्रांत गुप्ता के नाम से प्राथी को मोबाईल फोन के माध्यम से बातचीत कर ठगी करना, गौरव सिंह परमार उर्फ हमीद उर्फ अमित शर्मा, दिग्विजय सिंह, शिवम यादव उर्फ राम उपाध्याय, बाबू रैकवार उर्फ अमन के द्वारा ठगी की घटना में बैंक खातों की व्यवस्था करना, बैंक से एटी एम के माध्यम से रकम निकासी करना तथा बैंक एकाउण्टों का संधारण करना स्वीकार किये। पूछताछ पर आरोपियों के द्वारा धोखाधड़ी की घटना में फरार आरोपी मास्टर माइंड जितेन्द्र परमार एवं यशवर्धन सिंह परमार डारेक्टर होना जिनके द्वारा धोखाधड़ी करने के लिए बैंक खाते, सिम कार्ड, मोबाईल फोन, कम्प्यूटर सिस्टम एवं ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए लोगों के पर्सनल डाटा उपलब्ध कराना बताया गया। आरोपियों के कब्जे से पृथक-पृथक विभिन्न कंपनियों के 17 नग मोबाईल फोन एवं उसमें लगे सिम कार्ड, पृथक से 19 नग विभिन्न कंपनियों के सिम कार्ड, 13 नग मोबाईल फोन चार्जर, विभिन्न बैंकों के 09 नग एटीएम कार्ड, 01 नग पास बुक, वोटर आईडी कार्ड, पेन कार्ड, ठगी की रकम से खरीदे गये वाहन क्रमांक एमपी 09 डब्ल्यू एम 6238 रेनो ट्रिबर, वाहन क्रमांक यूपी 93 सीसी 0806 महिन्द्र एक्सयूवी 300 मय कागजात, ठगी की घटना से खरीदे गये सोने के आभूषण एवं नगदी रकम 17500 रूपये बरामद कर जप्त किया गया। फरार आरोपियों जितेन्द्र सिंह परमार एवं यशवर्धन सिंह परमार की पतासाजी की जा रही है। अग्रिम कार्यवाही थाना पद्यमनाभपुर से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में थाना पद्यमनाभपुर से निरीक्षक अम्बर सिंह, उनि. निर्मल यादव, सउनि गंगा राम श्रीवास, आरक्षक त्रिलोक यादव एवं एण्टी क्राईम सायबर यूनिट से प्र.आर.संतोष मिश्रा, चन्द्रशेखर बंजीर, आरक्षक रिन्कू सोनी, पंकज चतुर्वेदी की उल्लेखनीय भूमिका रही।