जनता के हित और विकास में टेक्नोलाॅजी का उपयोग – महापौर शशि
रिसाली। महापौर शशि सिन्हा ने 135 करोड़ 34 लाख 90 हजार का 2024-25 के लिए बजट प्रस्तुत की। महापौर द्वारा लगभग 15 मिनट के बजट अभिभाषण प्रस्तुत करने के बाद सभापति केशव बंछोर ने विशेष सभा में बजट संकल्प पारित कराया। महापौर ने 6.91 लाख लाभ का बजट बताया। सत्ता पक्ष के पार्षदों ने सदन में पहले हाथ उठाया फिर बजट के समर्थन में मेज थप थपाकर ध्वनि मत से पारित किया।
महापौर शशि सिन्हा ने अपने बजट अभिभाषण में कहा कि गत वर्षों में रिसाली शहर में अपनी उदयगामी पहचान बनाई है और हम रिसाली को उच्चस्तरीय शहरों के रूप में पहचान दिलाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहे है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। जनता के हित और विकास में टेक्नोलाॅजी का उपयोग करेंगे। इसके लिए रिसाली निगम और स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्व विद्यालय के बीच एक अनुबंध किया जा रहा है। इस अनुबंध के तहत रिसाली निगम क्षेत्र की जनता के लिए सुविधा डेवलप करेंगे। उन्होंने बताया कि इस विषय को लेकर स्वयं और सभापति केशव बंछोर कुलपति एम.के.वर्मा से चर्चा भी कर चुके है। बजट के लिए बुलाए गए विशेष सभा में महापौर परिषद के सद्स्य चन्द्रभान सिंह ठाकुर, गोविन्द चतुर्वेदी, सनीर साहू, परमेश्वर कुमार, सोनिया देवांगन नेता प्रतिपक्ष शैलेन्द्र साहू आदि उपस्थित थे।
चर्चा में शामिल हुआ विपक्ष
बजट अभिभाषण के बाद सभापति केशव बंछोर ने पार्षदों को चर्चा के लिए आमंत्रित किया। नेता प्रतिपक्ष शैलेन्द्र साहू समेत पार्षद धर्मेन्द्र भगत, विधि यादव, हरीशचंद्र, खिलेन्द्र चन्द्राकर व सविता ढवस, रमा साहू ने सत्ता पक्ष को घेरने का प्रयास किया। बाद में सभापति ने बहुमत के आधार पर बजट संकल्प पारित किए जाने की घोषणा की।
एक नजर आय व्यय पर
अनुमानित बजट – 13534.90
राजस्व आय – 5225.06
पूंजीगत प्राप्तिया – 8309.84
राजस्व व्यय – 5221.80
पूंजीगत व्यय – 8306.30
पार्षदों के वे प्रस्ताव जिसे बजट में शामिल किया गया
– निगम में नए वाहन खरीदने संबंधी प्रस्ताव को हरी झंडी।
– निगम जल्द ही शव वाहन की खरीदी करेगा।
– गोबर गैस कनेक्शन संबंधी योजनाओं में तेजी लाया जाए।
– रिसाली निगम में चलित शौचालय की व्यवस्था हो।
– निगम अन्य खाली जगहों में पौनी पसारी की तर्ज पर चबुतरा निर्माण और गुमटी वितरण व्यवस्था करे।
– मल्टीलेवल पार्किंग की व्यवस्था हो।
– डाॅग हाऊस का निर्माण हो।
– उद्यानों का बेहतर रख रखाव हो।
– साप्ताहिक बाजार वाले स्थानों में पार्किंग की व्यवस्था हो।