नई दिल्ली 15 मार्च । पालतू जानवरों के हमलों की बढ़ती हुई घटनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को पिटबुल टेरियर, अमेरिकन बुलडॉग, रॉटवीलर और मास्टिफ्स सहित 23 नस्लों के आक्रामक कुत्तों की ब्रिकी और प्रजनन पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जारी निर्देश, लोगों को पालतू जानवरों के रूप में 23 नस्लों के कुत्तों को रखने पर पाबंदी लगाते हैं। इतना ही नहीं केंद्र ने यह निर्देश भी दिया है कि जिनके पास इनमें से किसी भी नस्ल का पालतू कुत्ता है उनका आगे प्रजनन न कर पाने की व्यवस्था की जानी चाहिए. पशुपालन और डेयरी विभाग ने कहा कि उन्हें नागरिकों, नागरिक मंच और पशु कल्याण संगठनों से यह प्रतिनिधित्व प्राप्त हुआ है, जिसके तहत पालतू जानवर के रूप में रखने और अन्य उद्देश्यों के चलते कुत्तों की कुछ नस्लों पर प्रतिबंध लगाया गया है। पैनल ने कुत्तों की 23 नस्लों का पता लगाया है जिसमें मिक्स और क्रॉस ब्रीडिंग भी शामिल है, जो इंसानों की जिंदगी के लिए आक्रमक और खतरनाक साबित हो सकते हैं। पिटबुल टेरियर, टोसा इनु, अमेरिकन स्टैफोर्डशायर टेरियर, फिला ब्रासीलीरो, डोगो अर्जेंटीनो, अमेरिकन बुलडॉग, बोअरबोएल कांगल, मध्य एशियाई शेफर्ड डॉग और कोकेशियान शेफर्ड डॉग उन नस्लों में से हैं जिन्हें केंद्र से प्रतिबंधित करने की मांग की गई है। अन्य नस्लों में दक्षिण रूसी शेफर्ड, टॉर्नजैक, सरप्लानिनैक, जापानी टोसा और अकिता, मास्टिफ, टेरियर्स, रोडेशियन रिजबैक, वुल्फ डॉग, कैनारियो, अकबाश डॉग, मॉस्को गार्ड डॉग, केन कोरसो और बैनडॉग शामिल है। पत्र में विशेषज्ञ पैनल की सिफारिशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि, क्रॉसब्रीड सहित कुत्तों की उपरोक्त नस्लों के आयात, प्रजनन, पालतू कुत्तों के रूप में बेचने और अन्य उद्देश्यो के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा।