नई दिल्ली। जस्टिस बी आर गवई भारत के पहले बौद्ध सीजेआई के रूप में आजादी के बाद वह देश में दलित समुदाय से दूसरे सीजेआई हैं। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर उनका कार्यकाल छह महीने का होगा।
जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई ने आज सुप्रीम कोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ले ली है। वह सुप्रीम कोर्ट के 52वें सीजेआई बन गए हैं। देश के इस अहम पद पर बैठने से पहले उन्होंने अपनी मां का आशीर्वाद लिया। CJI पद की शपथ लेते ही सबसे पहले उन्होंने अपनी मां कमलताई गवई के पैर छुए।
एक दिन तुम मुख्य न्यायाधीश बनोगे, लेकिन…: जस्टिस गवई के पिता ने उनसे क्या कहा था
जस्टिस गवई भारत के पहले बौद्ध सीजेआई हैं। आजादी के बाद वह देश में दलित समुदाय से दूसरे सीजेआई हैं। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के तौर पर उनका कार्यकाल छह महीने का होगा। उन्होंने जब पद की शपथ ली तो इस ऐतिहासिक पल के साक्षी पीएम मोदी, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत तमाम गणमान्य अतिथि बने।