वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी के दूसरे दिन दौरे में 19500 करोड़ रूपये का तोहफा दिये।
स्वर्वेद मंदिर यूपी का एक बहुत बड़ा ध्यान केंद्र होगा। विहंगम योग की 50 से अधिक देशों में शाखाएं हैं। इस योगालय की स्थापना सदगुरु सदाफल देव जी महाराज ने 1924 में की थी और इसके लगभग 60,00,000 सदस्य हैं।इसके निर्माण में गुजरात से मार्बल और देश के कोने-कोने से पत्थर का उपयोग किया गया है।
विहंगम योग संस्थान द्वारा काशी के उमरहाँ में पिछले 18 वर्षों से निर्माणाधीन स्वर्वेद महामंदिर 180 फीट ऊँचा और सात मंजिलों का है। गाजीपुर रोड पर उमरहां में आकार ले रहे दिव्य धाम में प्रधानमंत्री मोदी न सिर्फ विहंगम योग के साधको को बल्कि यहीं से सम्पूर्ण विश्व को एक बार फिर योग-ध्यान और काशी की संस्कृति से जोड़ने वाले हैं।
महामंदिर में सद्गुरु सदाफल देव महाराज के 2024 में होने वाले शताब्दी समारोह और लोकार्पण को देखते हुए कई बड़े आयोजन किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में 98वें वार्षिकोत्सव के रूप में 13-15 दिसंबर तक चलने वाले 3 दिवसीय कार्यक्रम और 5100 कुंडीय विश्वशांति वैदिक महायज्ञ का आयोजन किया गया है। आयोजन के दूसरे दिन यहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब 3 बजे पहुँचेंगे और करीब 3 लाख उपस्थित साधकों और काशीवासियों के साथ ही पूरे विश्व में स्थित अनुवायियों को सम्बोधित किया।