कोरबा जिले में मंगलवार को बंद पड़े वंदना पावर प्लांट की गगनचुंबी चिमनी चंद सेकंड में जमींदोज हो गई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। ग्राम सलोरा में संचालित वंदना पावर प्लांट की आसमान छूती चिमनी को ध्वस्त किया गया है। कंपनी के कर्ज में डूबने के कारण प्लांट को काफी पहले ही बंद कर दिया गया था। चिमनी को गिराने से पहले आस-पास के इलाके को खाली करा दिया गया था।
साल 2008-09 में लगभग 700 एकड़ से अधिक भूमि का अधिग्रहण किया गया था, जिसमें 1050 मेगावाट क्षमता वाला संयंत्र स्थापित करने की योजना थी। पहले चरण में 35 मेगावाट की एक इकाई स्थापित की गई थी। अप्रैल 2012 में इकाई शुरू भी कर दी गई थी, लेकिन 4 महीने के अंदर ही यूनिट बंद करना पड़ गया। कंपनी पर कर्ज बढ़ता गया, जिसके कारण संयंत्र को बंद करना पड़ा था।
यहां दो चिमनियां बनाई गई थीं, जिसमें से एक चिमनी को 7 महीने पहले अक्टूबर 2022 में डिस्मेंटल किया गया था, वहीं दूसरी चिमनी को आज यानि 2 मई 2023 को डिस्मेंटल किया गया। जैसी ही चिमनी को डिस्मेंटल किया गया। आस-पास धूल का गुबार फैल गया। जिसे दूर तक देखा गया। कोयला आपूर्ति नहीं होने के कारण वंदना पावर प्लांट बंद हो गया था, जिसके बाद कर्ज में जाने के चलते उसे बैंक ने जब्त कर लिया था।
प्लांट की संपत्ति को बैंक ने 17 अगस्त 2015 को जब्त कर लिया था। महाप्रबंधक भू-आवंटन CSIDC ने पंजाब नेशनल बैंक के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर कहा था कि इसका विक्रय केवल सीएसआईडीसी ही कर सकती है। इस भूमि का लीज, रेंट चुकता नहीं करने और प्लांट शुरू नहीं करने के कारण इसका लीज निरस्त कर दिया गया था।