कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने बरसाना के राधा रानी मंदिर में नाक रगड़ी: संतों ने रखी थी शर्त
बरसाना। प्रसिद्ध कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने प्रवचन करते हुए भगवान राधा के विषय में कही थी कि राधा बरसाना की नहीं रावल की थी, सिर्फ वर्ष में एक बार बरसाना अपने पिता के आया करती थी। एवं अन्य घोष को उनका पति बताया था।
उनके इस प्रकार राधा पर टिप्पणी करने पर देश के संत समाज नाराज़ हो गये थे और शर्त रखी थी कि वे बरसाना के राधा रानी मंदिर में नाक रगड़ कर माफी मांगे।
आज कथा वाचक प्रदीप मिश्रा बरसाना पहुंचे और भारी भीड़ के बीच मंदिर के व्दार पर नाक रगड़ कर माफी मांगी।