अगर आप आगामी किसी IPO में निवेश का मन बना रहे हैं तो इन्वेस्टमेंट से पहले मार्केट के हालात पर जरूर नजर रखें. दरअसल शेयर बाजार में यह गिरावट अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है और इसका असर आईपीओ मार्केट पर भी पड़ सकता है. ऐसे में आईपीओ में निवेश करके अच्छा मुनाफा कमाने की आपकी उम्मीदों पर पानी फिर सकता है. दरअसल अमेरिका में महंगाई के बढ़े आंकड़े और फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना को लेकर मार्केट में अस्थिरता बनी हुई है और ग्लोबल मार्केट पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है.
वैश्विक कमजोर संकेत के बाद भारतीय शेयर बाजार की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा है. बुधवार से सेंसेक्स और निफ्टी में हुई गिरावट का सिलसिला कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को भी जारी रहा. मनीकंट्रोल से खास बातचीत में राइट रिसर्च की सोनम श्रीवास्तव ने कहा कि, कम अवधि में बाजार में वॉलेटिलिटी देखने को मिल सकती है. हालांकि हर गिरावट पर लंबी अवधि के लिए निवेश करना बेहतर होगा.
कई कंपनियों के IPO को लेकर अनिश्चितता बरकरार
वहीं आईपीओ में निवेश को लेकर सोनम श्रीवास्तव ने कहा कि, सेकेंडरी मार्केट में आईपीओ को लेकर अस्थिरता बनी हुई है. टेक यूनिकॉर्न के आईपीओ की लंबी लिस्ट पर भी लगातार अनिश्चितता बनी हुई है. फ़ार्मेसी ने पहले ही आईपीओ से जुड़ी अपनी योजना को टाल दिया है. साथ ही आईपीओ को लेकर हमने कोई नई घोषणा नहीं सुनने को मिली है. वहीं दिग्गज टेक कंपनी जैसे पेटीएम और ज़ोमैटो आईपीओ की स्थिति को देखते हुए कोई नई कंपनी बाजार में अस्थिरता के माहौल में कोई जोखिम उठाना नहीं चाहती है.
बता दें कि आईपीओ के बाद सर्वाधिक नुकसान उठाने वाली कंपनियों में वन97 कम्युनिकेशंस, निर्गम मूल्य से 67 प्रतिशत नुकसान के साथ सबसे आगे है. एलआईसी का भी शेयर भाव निर्गम मूल्य से 31 प्रतिशत गिर चुका है जबकि जोमैटो का शेयर 20.7 प्रतिशत गिरा