हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (HPCC) के महासचिव रजनीश खिमटा ने गुरुवार को कहा कि पार्टी राज्य में आगामी विधानसभा उपचुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और एकजुटता के साथ धनबल का मुकाबला करेगी। उन्होंने यहां जारी एक बयान में बताया कि कांग्रेस ने देहरा, नालागढ़ और हमीरपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए तीन मंत्रियों को प्रभारी नियुक्त किया है। उपचुनाव के लिए मतदान 10 जुलाई को होगा।
ये सीटें तीन निर्दलीय विधायकों आशीष शर्मा (हमीरपुर), होशियार सिंह (देहरा) और केएल ठाकुर (नालागढ़) के इस्तीफे से खाली हुई हैं। तीनों विधायकों ने 22 मार्च को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था और अगले दिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे। कृषि मंत्री चंद्र कुमार को देहरा विधानसभा सीट, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को नालागढ़ सीट और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी को हमीरपुर विधानसभा सीट का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि 27 फरवरी को हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने धनबल का इस्तेमाल कर सरकार को गिराने का प्रयास किया था। इस चुनाव में कांग्रेस के छह बागी विधायक और तीन निर्दलीय विधायकों समेत कुल नौ विधायकों ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया था।
खिमटा ने कहा कि पार्टी ने हाल में हुए विधानसभा उपचुनाव में चार सीट जीती हैं, जिससे साबित होता है कि हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों और नेतृत्व से खुश है और मतदाताओं ने भाजपा की खरीद-फरोख्त की नीतियों को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी उपचुनाव में कांग्रेस एकजुट होकर भाजपा की अनैतिक रणनीतियों का सामना करेगी और इन तीनों सीट पर जीत दर्ज करेगी। इससे पहले भाजपा ने बुधवार को इन तीन सीट के लिए प्रभारी नियुक्त किये थे।
इससे पहले हाल ही में प्रदेश की 6 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में पार्टी को 4 सीटों पर जीत मिली थी। जिसे लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था कि 'विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास हुआ है कि जिन लोगों ने सरकार गिराने की साजिश की थी, उनके खिलाफ कार्रवाई तेज की जाए। जनता ने हमें 4 विधानसभा सीटें जिताईं हैं। लोकसभा में भी हमारा मत 14 प्रतिशत बढ़ा है। यह सब हमारे 15 महीने के कार्यकाल का परिणाम है।'