पखांजूर। नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष असीम राय की दो बाईक सवारों ने ट्रान्सपोर्ट संघ कार्यालय के सामने गोली मारकर हत्या कर दी थी।इस हत्याकांड के बाद प्रदेश में भूचाल आ गई थी।
असीम हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने एसटीएफ का गठन किया गया था। टीम ने हत्या में शामिल 11 आरोपियों को पकड़ने में सफलता पायी है।
उक्त हत्याकांड में दुश्मनी के कुछ महत्वपूर्ण कारण सामने आये । नगर पंचायत के अध्यक्ष व कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली ने उनके लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव से अपने अध्यक्ष पद की कुर्सी चले जाने के डर से, कांग्रेसी पार्षद विकास पाल ने उनके अवैध तरीके से पखांजूर में बनाये होटल की बिल्डिंग असीम राय की वजह से टूट जाने के डर से, सुपारी किलिंग की साजिश रचकर असीम राय की हत्या करा दी थी।
हत्या करने के लिए तीन मुख्य आरोपियों ने 8 लोगों की मदद ली थी और इन्हें सुपारी की रकम 7 लाख रुपये दिए, जिसमें से मुख्य शूटर विकास तालुकदार ने एक लाख रुपए का पिस्टल खरीदा और बीते 7 जनवरी को पल्सर बाइक में अपने एक साथी के साथ मौका देखकर बीजेपी नेता असीम राय के सिर पर गोली मारी और फरार हो गया। घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज खंगालने और करीब 500 से ज्यादा कॉल रिकॉर्ड निकालकर आखिरकार कांकेर पुलिस ने हत्या में शामिल 3 मुख्य आरोपी समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है ,बकायदा इस हाई प्रोफाइल मर्डर की जांच के लिए पुलिस ने एसआईटी टीम का गठन किया था।
दो कांग्रेसी नेता समेत तीन लोगों ने रची हत्या की साजिश
कांकेर जिले के एसपी दिव्यांग पटेल ने शुक्रवार (12 जनवरी) को प्रेस वार्ता कर बीजेपी नेता असीम राय की हत्या का खुलासा किया था।एसपी ने बताया कि बीते 7 जनवरी को पखांजूर इलाके के बाजार पारा रात 8 बजे पल्सर बाइक में सवार दो हमलावरों ने बीजेपी नेता असीम राय को पीछे से सिर पर गोली मारी थी। इसके बाद बेहोशी की हालत में इलाज के लिए अस्पताल लाया जहां असीम राय की मौत हो गई। डॉक्टर ने बताया कि शूटर ने सिर पर गोली मारी, जिससे बीजेपी नेता असीम राय की मौत हुई। इस घटना के बाद पुलिस सभी एंगल से इस मामले की जांच कर रही थी, वहीं आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर बीजेपी के कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए थे।