रायपुर। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रथम बार के विधायको की संख्या अत्यधिक है। व्दय उप मुख्यमंत्री बने विजय शर्मा और अरूण साव ने विधानसभा में पहला कदम है। वहीं लक्ष्मी राजवाड़े और लखनलाल देवांगन ने भी चुनाव जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। वे सभी भाग्यशाली रहे कि पहली बार चुनाव जीता और मंत्री बन गये।
पहली बार विधायक निर्वाचित हुए पूर्व शिक्षक टंकराम वर्मा को भाजपा की सरकार में मंत्री बनाये गये। वहीं ओबीसी वर्ग से आने वाले लखन लाल देवांगन पूर्व में कोरबा निगम के महापौर व पड़ोसी कटघोरा विधानसभा से विधायक रह चुके हैं।भाजपा सरकार में उन्हें वाणिज्य,उद्योग एवं श्रम मंत्री बनाये गये हैं।
विजय शर्मा मूलतः कवर्धा के निवासी हैं। उप मुख्यमंत्री व और कवर्धा विधायक विजय शर्मा का जन्म 19 जुलाई 1973 को एक किसान परिवार में हुआ। भौतिकशास्त्र में स्नातकोत्तर विजय शर्मा ने इसके साथ ही अंग्रेजी भाषा में डिप्लोमा लिया। विजय शर्मा ने छात्र जीवन से ही सार्वजनिक जीवन में कदम रख लिया था।साय सरकार में उपमुख्यमंत्री के साथ ही गृह,जेल,पंचायत एवं ग्रामीण विकास के साथ ही प्रौद्योगिकी जैसे भारी भरकर विभागों की जवाबदारी सौंपी गई है।
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र भरतपुर की सबसे कम उम्र की लक्ष्मी राजवाड़े को महत्वपूर्ण विभाग महिला एवं बाल विकास के मंत्री बनाकर भाजपा की डबल ईंजन की मोदी और साय की सरकार ने मिसाल पेश की है,जिसका दूरगामी फायदा भाजपा को मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
श्याम बिहारी जायसवाल” (जन्म १ अक्टूबर १९७६) भारतीय जनता पार्टी के एक नेता हैं और पूर्व में भारत के राज्य छत्तीसगढ़ में मनेन्द्रगढ़ के विधायक थे इसके पूर्व वे १९ फरवरी २०१० से २० दिसंबर २०१३ तक कोरिया ज़िले के खडगवा जनपद पंचायत के जनपद उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे।वर्तमान विष्णुदेव साय केबिनेट में लोक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा,बीस सूत्रीय कार्यक्रम के मंत्रालय का दायित्व श्याम बिहारी जायसवाल को दिया है।
छ:जिलों के कलेक्टर का दायित्व सम्हाल चुके ओपी चौधरी को राष्ट्रीय संगठन का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्हें गृहमंत्री अमित शाह ने चुनाव प्रचार के दौरान ऊंचे ओहदे में पहुंचाने की बात कह दी थी। वित्त,वाणिज्यिक कर,आवास एवं पर्यावरण,योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी जैसे खास विभागों का मंत्री बनाना आईएएस होने का लाभ ही माना जा सकता है।