2047 तक आजादी के अमृतकाल में पीएम नरेंद्र मोदी भारतीय अर्थव्यवस्था को विकसित अर्थव्यवस्था बनाने की कवायत में जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में पिछले साल भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई थी और अब यह खबर आ रही है कि पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों के कारण 2030 तक भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी.
तेजी से बढ़ रही है भारतीय अर्थव्यवस्था
कोरोना के दौरान जब भारतीय अर्थव्यवस्था सहित दुनिया की अर्थव्यवस्था पर सप्लाई चैन के प्रभावित होने और वैश्विक भू राजनीतिक स्थिति के कारण सप्लाई चैन के और अधिक प्रभावित होने के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बन रही है. हालिया दिनों में भी भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास दर को ग्लोबल एजेंसियों ने पहले के अनुमान से अधिक बढ़ाते हुए दुनिया की सबसे तेज से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बताया है. उनका मानना है कि कोरोना की मार के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार आगे बढ़ रही है और हालिया दिनों में मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में आए सुधार के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 7 फ़ीसदी से अधिक अनुमानित है.
भारत बन रहा है दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब
भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया की एक मजबूत और बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को दुनिया का मैन्युफैक्चर हब बनाने की कवायत में जुटे हुए हैं. इसकी तहत सरकार की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव की प्रक्रिया शुरू की गई जिसका अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर भी दिखा है. भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग की कवायत भी तेज की जा रही है ताकि ग्लोबल सप्लाई चैन में भारत का बड़ा हिस्सा बन सके. जानकारों का मानना है कि केंद्र सरकार ने इसको लेकर के देश में एक बेहतर इकोसिस्टम विकसित किया है ताकि कामकाज और औद्योगिक विकास को सुगम बनाया जा सके.