Home देश राहुल गांधी नेता हैं या पर्यटक? वायनाड से ज्यादा तो वियतनाम के...

राहुल गांधी नेता हैं या पर्यटक? वायनाड से ज्यादा तो वियतनाम के चक्कर लगाते हैं! बीजेपी का बड़ा हमला

5

बीजेपी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सवाल किया है कि वे अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड से ज्यादा वियतनाम में क्यों वक्त बिता रहे हैं. बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “राहुल गांधी कहां हैं? मैंने सुना है कि वे वियतनाम गए हुए हैं.” उन्होंने आगे दावा किया कि राहुल गांधी नए साल पर भी वियतनाम में थे और अब तक उन्होंने वहां करीब 22 दिन बिता दिए हैं. प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में भी इतने दिन नहीं बिताते. उन्होंने पूछा, “राहुल गांधी की वियतनाम से अचानक इतनी नज़दीकी क्यों बढ़ गई है?” उन्होंने यह भी कहा कि बतौर नेता प्रतिपक्ष, राहुल गांधी को भारत में रहना चाहिए.

पहले भी राहुल के विदेश दौरे पर हुआ विवाद

बीजेपी लगातार राहुल गांधी के विदेश दौरों को लेकर हमलावर रही है. पार्टी उन्हें एक ‘गंभीरता से न लेने वाले’ नेता के तौर पर पेश करने की कोशिश करती रही है. वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह राहुल गांधी की निजी यात्राओं का राजनीतिकरण कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि हर व्यक्ति को विदेश यात्रा करने का अधिकार है और इसे लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए.

राहुल गांधी के वियतनाम दौरे पर विवाद तब भी हुआ था, जब वे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के कुछ दिनों बाद नए साल का जश्न मनाने वहां गए थे. उस समय बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा था कि जब पूरा देश मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा था, तब राहुल गांधी वियतनाम में जश्न मना रहे थे.

कांग्रेस ने यूं किया बचाव

राहुल गांधी की होली पर गैर-मौजूदगी को लेकर भी बीजेपी ने सवाल उठाए. इस पर कांग्रेस नेता उदित राज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “राहुल गांधी होली पर दिखें या न दिखें, इससे देश की नीति और राजनीति पर कोई असर नहीं पड़ने वाला.” उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति का होली मनाने का अपना तरीका होता है, और राहुल गांधी भी अपनी तरह से इसे मना रहे होंगे.

उदित राज ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी ने विदेश में पढ़ाई की है, वे नॉलेजबल हैं. वे पीएम मोदी की तरह नहीं हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय राजनीति की समझ कम है. जब ट्रंप ने कहा कि ब्रिक्स मर चुका है, तब मोदी भी कांप रहे थे. राहुल गांधी जैसा विद्वान नेता होता तो ट्रंप ऐसे बोलकर नहीं चले जाते.”

उदित राज ने तंज कसते हुए कहा, “पीएम मोदी 18 बार शी जिनपिंग से मिल चुके हैं. शायद ही किसी अन्य नेता ने इतनी बार मुलाकात की हो. लेकिन राहुल गांधी के विदेश जाने पर ही सवाल उठाए जाते हैं. मोदी जितना विदेश में रहते हैं, राहुल गांधी उतना नहीं रहते, लेकिन लोगों को सिर्फ राहुल गांधी ही दिखते हैं.”