दुर्ग। 2018 के विधानसभा चुनाव में शिवराज चौहान की टीम का हार से सामना होने के बाद 2023 के चुनाव में भाजपा ने मध्यप्रदेश में कद्दावर केन्द्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में उतारने की तैयारी कर ली है। जिससे यह प्रतीत होता है कि भाजपा म.प्र. और छत्तीसगढ़ में सत्ता पाने कमर कस ली है।
अरूण वोरा दुर्ग जिले से कांग्रेस के बड़े नेता माने जाते हैं। वे म.प्र.के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा के बेटे हैं और लगभग तीन दशक से कांग्रेस के दुर्ग जिले के सबसे अहम नेता के दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं, वर्तमान में वे विधायक भी हैं।
सरोज पाण्डेय भी दुर्ग जिले की राजनीति में किंग मेकर का रोल अदा करती रही है। उनका अपना गुट माना जाता है। नि:संदेह प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश अवश्य होगी। नगर निगम दुर्ग के महापौर से लेकर विधायक और सांसद रह चुकी हैं , वर्तमान में राज्य की सांसद तथा राष्ट्रीय संगठन में उपाध्यक्ष के पद पर आसीन हैं। जिस प्रकार मध्यप्रदेश में भाजपा सत्ता पर पुनः काबिज होने सांसदो पर दांव लगा रही है तो छत्तीसगढ़ में भी इसी खेलने का मुड बना सकती है। दुर्ग जिले के जब पाटन विधानसभा से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पटकनी देने सांसद विजय बघेल को भाजपा लड़ाने जा रही है,उसी तरह दुर्ग शहर से अरूण वोरा को चित्त करने सरोज पाण्डेय पर विश्वास जताये तो आश्चर्य नहीं होगा। ऐसी स्थिति में अरूण वोरा के दोबारा चुनाव जीतने की रणनीति पर पानी फिर सकता है।