इस वर्ष 25 छात्र- छात्रों ने कोचिंग सेंटरों में आत्महत्या कर चुके
नई दिल्ली। कोटा में संचालित कोचिंग सेंटरों में छात्र-छात्राओं के आत्महत्या करने का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है।
कोटा में कोचिंग कर अपना भविष्य बनाने देश के विभिन्न क्षेत्रों से यहां आते हैं,एवं अलग अलग सेंटरों में भर्ती होकर इंजिनियरिंग , मेडिकल में भर्ती होने पढ़ाई करते हैं। लेकिन पढ़ाई के कारण मानसिक दबाव में आकर प्रति वर्ष बच्चे जीवन समाप्त कर लेते हैं,इस वर्ष आज एक छात्रा की मौत के बाद आत्महत्या करने वाले बच्चों की संख्या 25 हो गई है। 17 वर्षीया छात्रा उत्तरप्रदेश के मऊ जिले से कोटा आकर पिछले 18 महीने से पढ़ाई कर रही थी।आज छात्रा ने कक्षा में पढ़ाई के दौरान सल्फास की गोली खा ली और उसे उल्टियां होने लगी।उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।
राजस्थान के कोटा जिले में प्रति वर्ष बच्चे आत्महत्या करने के बावजूद गहलोत सरकार व्दारा कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्यवाही नहीं करना भी अभिभावकों को सोचने पर मजबूर कर रहा है।