नकदी संकट से गुजर रहे पाकिस्तान ने विदेशी कर्जों के भुगतान के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) को एक वित्तपोषण योजना सौंपी है जिसमें 8 अरब डॉलर का इंतजाम कर लिए जाने की सूचना दी गई है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार ने आईएमएफ को 6 अरब डॉलर के बजाय 8 अरब डॉलर के विदेशी कर्ज भुगतान का इंतजाम करने की जानकारी दी है.
न्यूज पेपर ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ में शनिवार को सूत्रों के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, आईएमएफ को सौंपी गई वित्तपोषण योजना में चीन से 3.5 अरब डॉलर मिलने की बात कही है. इसके अलावा सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से क्रमशः 2 अरब और एक अरब डॉलर पाकिस्तान को मिलेंगे.
IMF का चौथा सबसे बड़ा कर्जदार पाकिस्तान
इसके साथ पाकिस्तान को विश्व बैंक से 50 करोड़ डॉलर और एशियाई ढांचागत निवेश बैंक (एआईआईबी) से भी 25 करोड़ डॉलर मिलेंगे. वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि जिनेवा सम्मेलन के दौरान सहमति जताए गए 35 करोड़ डॉलर भी पाकिस्तान को मिलने वाले हैं.
पाकिस्तान सरकार और आईएमएफ के बीच 29 जून को आर्थिक बदहाली का सामना कर रहे पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर देने के लिए एक आपात समझौता हुआ था. मुद्राकोष के निदेशक मंडल की 12 जुलाई को होने वाली बैठक में आपात समझौते की समीक्षा की जाएगी. हालांकि, इसके साथ ही पाकिस्तान आईएमएफ का चौथा सबसे बड़ा कर्जदार बन जाएगा.
वित्तीय संकट से उबरने की कोशिश में लगी पाकिस्तान सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही में घरेलू वाणिज्यिक एवं शरीया-चालित बैंकों से 11.10 लाख करोड़ रुपये का कर्ज वित्तपोषण जुटाने का लक्ष्य रखा हुआ है.