रायपुर। 3 अक्टूबर से प्रारंभ शारदीय नवरात्रि की प्रदेश के सभी मंदिरों और पंडालों में धूम मची है। नौ दिनों के इस पूजा पर शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा एवं आराधना उत्सव की तरह हिन्दू धर्म के अनुयायियों व्दारा किया जाता रहा है।
प्रदेश में अनेक माता की मंदिर शक्तिपीठ हैं जिसमें डोंगरगढ़, रतनपुर,चन्द्रपुरी,खल्लारी, बागबाहरा शक्ति पीठें स्थापित हैं,जिनकी अनेक धारणाएं हैं।
वहीं मां दुर्गा की पूजा बंगाली समाज व्दारा मूर्ति स्थापित कर पंडालों में करने की परम्परा सदियों से है। जिसके तहत रायपुर, बिलासपुर, अम्बिकापुर,चिरमिरी, राजनांदगांव, भिलाई,एवं माना में बंगाली भाषियों व्दारा आकर्षक पंडाल बनाकर अनेक वर्षो से किया जाता रहा है। चूंकि माना कैम्प की स्थापना ही बंगलादेश से विस्थापित हिन्दुओं को बसाने के लिए किया गया है, जिसके कारण माना कैम्प के कालबाड़ी एवं रविन्द्र भवन सार्वजनिक दुर्गा पूजा की में सन1971 के पश्चात ही दुर्गा पूजा प्रारंभ कर दी गई थी,जो कि अब बंटकर दो स्थान पर होने लगे हैं । शक्ति की माता दुर्गा पूजा में माना कैम्प की भव्यता देखते ही बनती हैं, अंत: अवश्य ही 9 अक्टूबर से स्थापित मां दुर्गा की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने रायपुर, भिलाई के साथ ही माना में बनाये गये पंडालों सहित मंदिरों के दर्शन अवश्य करें।