हर किसी की स्किन अलग-अलग होती है, जैसे कि किसी की बहुत ज्यादा ऑयली होती है, किसी की ड्राइ तो किसी की कॉम्बिनेशन वाली होती है। ऐसे में हर स्किन टाइप का ट्रीटमेंट भी अलग-अलग तरह से किया जाता है। लेकिन गर्मी और उमस भरे इस मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी उन लोगों को होती है, जिनकी त्वचा पर तेल और उत्पादन अधिक होता है।
ऑयली स्किन वाले लोगों के मन में अपनी त्वचा से जुड़े कई मिथक होते हैं, जो सही हो या न हो, पर लोग इन्हें मानते हैं। इसलिए आपके इन्हीं डाउट को क्लीयर करने के लिए हमने डॉक्टर जतिन मित्तल से बात की, जो अभिवृत एस्थेटिक्स में कॉस्मेटोलॉजिस्ट और स्किन एक्सपर्ट हैं। उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए और चेहरे के गड्ढों से लेकर मिठाई खाने तक, स्किन से जुड़े हर मिथ के बारे में खुलकर बात की।
ऑयली स्किन वालों को होती हैं ये परेशानियां
गर्मियों के दिनों में ऑयली स्किन वालों को बहुत परेशान होती है। क्योंकि जब चेहरे पर तेल, चिपचिपाहट, गंदगी और धूल, सभी पोर्स में घुसकर उसे बंद कर देते हैं, तो एक्ने और मुंहासे होने की समस्या बढ़ जाती है।
इसी समस्या से जुड़े कई मिथक है, जैसे कि ऑयली या मीठा खाने से त्वचा में तेल ज्यादा बनाता है या फिर चेहरे को रोज एक्सफोलिएट करना सही होता है या नहीं। इन सब के बारे में बता रहे हैं डॉक्टर जतिन मित्तल।
क्या ऑयली स्किन पर मॉइश्चराइजर लगाना जरूरी नहीं है?
जब डॉक्टर जतिन से पहले सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ इंकार करने करते हुए बताया कि ऐसा बिल्कुल नहीं है और ऑयली स्किन वालों को भी मॉइस्चराइज की जरूरत होती है। क्योंकि चेहरे से ऑयल को कंट्रोल करने के लिए हम मल्टीपल ऑयल रिडक्शन, जेल या सीरम का इस्तेमाल करते हैं और उन सीरम के बाद आपकी स्किन को एक पर्टिकुलर हाईड्रेशन लेवल की जरूरत है, जिसके लिए हम लोग नॉन कॉमेडोजेनिक मॉइस्चराइजर यूज करते हैं। डॉक्टर ने बताया कि मेनली हम जेल बेस्ड मॉइस्चराइजर रिकमेंड करते हैं।
क्या ऑयली या मीठा खाने से एक्ने होते हैं?
जब डॉक्टर से ये पूछा गया कि क्या ऑयली या मीठा खाने से त्वचा में तेल ज्यादा बनता है? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि अत्यधिक तेल और मीठा खाने से स्किन में पिंपल्स ज्यादा होता है।
क्योंकि गैस्टिक हेल्थ से इस पर असर पड़ता है और स्किन में टॉक्सिन्स ज्यादा बनते हैं। तो ऑयली खाने और मीठा खाने से आपकी त्वचा पर ऑयल प्रोडक्शन ज्यादा हो सकता है, एक्ने ज्यादा हो सकता है और दूसरे स्किन डिसऑर्डर हो सकते हैं, तो ऑयली और मीठा कंट्रोल करके खाएं अपनी स्किन का ख्याल रखें।
रोजाना त्वचा को एक्सफोलिएट करना फायदेमंद है?
इस प्रश्न के जवाब में डॉ. जतिन का कहना है कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। एक्सफोलिएशन एक कंट्रोल प्रोसेस होना चाहिए। आप हफ्ते में एक बार कोई अच्छा एक्सफोलिएट यूज कर सकते हैं, रोज-रोज नहीं करना है।
एक्सफोलिएशन से मेरा मतलब है कि जब हमारी स्किन एक्सेसिवली ऑयली होती है तो हमारे डेड स्किन को रिमूव करने के लिए हम कई तरह की चीजों का इस्तेमाल करते हैं, जैसे स्क्रब। अगर आप रोज स्क्रब करते हैं तो ये स्किन इन्फ्लेमेशन को बढ़ा सकता है और स्किन डैमेज भी हो सकती है।
स्किन ऑयल प्रोडक्शन कम नहीं किया जा सकता है
चेहरे पर बार-बार और अधिक मात्रा में तेल का उत्पादन कम न कर पाने को लेकर डॉक्टर का कहना है कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। त्वचा में होने वाले तेल को कम किया जा सकता है। जिसे आप मल्टीपल मेडिसिन के जरिए, अपनी स्किन का ख्याल रखकर, पानी की मात्रा बढ़ाकर और कुछ पर्टिकुलर प्रिकॉशन लेकर चेहरे के ऑयल प्रोडक्शन को कम किया जा सकता है।