केरल के वायनाड जिले में मेप्पडी के पास मंगलवार सुबह 4 बजे के करीब भारी बारिश के बाद भीषण भूस्खलन हुआ। इस दुर्घटना में 47 लोगों की मौत हो चुकी है और 70 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। वहीं इसके अलावा, दर्जनों लोग लापता हैं और 400 से अधिक लोग मलबे के नीचे अभी भी फंसे हुए हैं। दरअसल इस भयानक हादसे ने चार गाँवों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिससे घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां सब बह गए हैं।
दरअसल घटना मंगलवार सुबह हुई जब अचानक तीन बार भूस्खलन हुआ। इस हादसे में कई लोग मलबे के नीचे दब गए। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने लैंडस्लाइड की पुष्टि की है और बताया है कि अब तक 50 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) की टीमें और भारतीय सेना इस भयानक हादसे के बाद बचाव अभियान में जुट गई हैं। भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं। केरल सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सेना की तैनाती की है। सेना के जवान और अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन में सहायता कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। NDRF की टीमें और स्थानीय प्रशासन मिलकर इस बचाव कार्य में लगे हुए हैं। हेलीकॉप्टर की मदद से मलबे के नीचे फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास भी किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर गहरा दुख व्यक्त किया हैं।
दरअसल केरल सरकार ने इस हादसे के पीड़ितों के लिए राहत और पुनर्वास के कार्य भी शुरू कर दिए हैं। प्रशासन ने आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है और बचाव कार्यों की निगरानी के लिए उच्च अधिकारियों को निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “हम इस कठिन समय में प्रभावित लोगों के साथ हैं और उन्हें हर संभव मदद प्रदान की जाएगी।”