इस बार सावन मास में विशेष ग्रहों की स्थिति को देखें तो वृष राशि में गुरू और मंगल की युति, कुम्भ राशि में वक्री शनि, मीन राशि में राहु, कन्या राशि का केतु जैसी ग्रह स्थिति आकाशमण्डल में उत्पन्न हो रही है।
सावन में स्वयं करें अनिष्ट ग्रहों की शांति – आकाशीय गोचर ग्रहों की स्थिति एवं अपनी व्यक्तिगत ग्रहदशा अनुसार ग्रह कष्ट की निवृत्ति के लिए जन्मकुण्डली में चलने वाली महादशा-अन्तर्दशा अथवा जो
सूर्य ग्रह के उपाय
यदि जन्मपत्रिका में सूर्य से संबंधित कष्ट है तो सावन में रविवार को शिवोपासना कर शिव मंत्रों का जप श्रद्धापूर्वक करें।
चंद्रमा को प्रसन्न करने के उपाय
यदि जन्मपत्रिका में चन्द्रमा से संबंधित कष्ट है तो शिवलिंग पर दूध की धारा अर्पित करें अथवा रूद्राभिषेक करवाएं।
मंगल ग्रह के उपाय
यदि जन्मपत्रिका में मंगल से संबंधित कष्ट है तो सावन में मंगलवार के दिन मंगला गौरी का व्रत कर शिव सहित मां पार्वती की उपासना करें।
बुध ग्रह के उपाय
यदि जन्मपत्रिका में बुध से संबंधित पीड़ा हो तो श्रावण मास में बुधवार को गन्ने के रस से भगवान शंकर का रुद्राभिषेक करें।
गुरू ग्रह के उपाय
बृहस्पति ग्रह निर्बल होने के कारण कन्या के विवाह आदि में बाधा आ रही हो तो शिवलिंग पर केसर मिश्रित दूध चढ़ाएं
शुक्र के उपाय
यदि जन्मपत्रिका में शुक्र ग्रह से संबंधित कष्ट हो तो पंचामृत, शहद, घृत से भगवान शिव का अभिषेक करें।
शनि के उपाय
यदि शनि की साढ़ेसाती से पीड़ा हो अथवा राहु-केतु से संबंधित कष्ट हो तो शिवलिंग पर काला तिल मिश्रित जल पूरे सावन माह में अर्पण करना चाहिए।