भारतीय वायुसेना देशभर में फैले अपने एयर बेस की सुरक्षा के लिए बड़ा कदम उठाया है. एयरफोर्स के इस कदम से न केवल एयर बेस की सुरक्षा होगी, बल्कि आसमान से ही उस पर निगरानी भी रखी जा सकेगी. दुश्मन देशों और आतंकियों के नापाक मंसूबों को समय रहते विफल किया जा सकेगा. पिछले साल जम्मू एयर बेस पर हमले से सबक लेते हुए वायुसेना ने यह फैसला किया है. दरअसल, इंडियन एयरफोर्स ने 100 UAVs या UAS खरीदने का निर्णय लिया है. अत्याधुनिक ड्रोन से न केवल एयर बेस की सुरक्षा एवं निगरानी की जा सकेगी, बल्कि दुश्मन ताकतों की किसी भी तरह की साजिश को भी नाकाम करना संभव हो सकेगा.
इंडियन एयर फोर्स ये सभी ड्रोन किसी भारतीय वेंडर या फिर इंडियन ऑरिजनल इक्यूपमेंट मैन्युफैक्चरर्स से खरीदेगा. दरअसल, जून 2021 में जम्मू स्थित वायुसेना के ठिकानों पर ड्रोन अटैक किया गया था. विस्फोटक से लदे 2 ड्रोन बेस में बनी बिल्डिंग की छत पर आ गिरे थे, जिसके कारण काफी नुकसान हुआ था. इसके बाद से ही सैन्य ठिकानों की सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक की मदद लेने की योजना बनाई गई थी. इससे पहले वायुसेना ने एंटी ड्रोन सिस्टम के लिए 155 करोड़ रुपये का ठेका हैदराबाद की कंपनी जेन टेक्नोलॉजीज को दिया था
वायुसेना की सुरक्षा होगी मजबूत
जानकारी के अनुसार, मिनी ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल एयर बेस की निगरानी में किया जाएगा. इसके जरिये 24वों घंटे एयर बेस की निगरानी की जा सकेगी. एयर बेस की निगरानी के साथ ही दुश्मनों की गतिविधि पर भी नजर रखी जा सकेगी. अत्याधुनिक तकनीक की मदद से काफी ऊंचाई से भी गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी. बताया जाता है कि यह ड्रोन इंसान के आकार वाले टार्गेट को लंबी दूरी से भी ध्वस्त कर पाने में सक्षम है. यह UAV दुश्मन ताकतों के साथ ही आतंकी हमलों को भी निष्क्रिय करने में सक्षम है.