मुंबई
भारतीय शेयर बाजार के लिए मंगलवार का कारोबारी सत्र नुकसान वाला रहा है। करीब सभी सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2024 अंतिम चरण में पहुंचने के कारण निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी है। सेंसेक्स 220 अंक या 0.29 प्रतिशत गिरकर 75,170 अंक और निफ्टी 44 अंक या 0.19 प्रतिशत गिरकर 22,888 अंक पर बंद हुआ।
बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर ज्यादा दबाव देखा गया। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 466 अंक या 0.89 प्रतिशत गिरकर 52,294 अंक और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 144 अंक या 0.85 प्रतिशत गिरकर 16,875 अंक पर बंद हुआ।
इंडिया विक्स में 4.31 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है और 24.19 अंक पर पहुंच गया है। ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, मेटल, रियल्टी, एनर्जी, प्राइवेट बैंक, पीएसई और ऑयल एंड गैस इंडेक्स गिरकर बंद हुए हैं। फिन सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी और मीडिया इंडेक्स बढ़कर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 में से 19 शेयर लाल निशान में बंद हुए। पावर ग्रिड, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स और रिलायंस टॉप लूजर्स थे। वहीं, एशियन पेंट्स, विप्रो, एचयूएल, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फिनसर्व और एमएंडएम टॉप गेनर्स थे।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट, रूपक डे का कहना है कि इंडेक्स में एक दायरे में कारोबार हो रहा है। 23,000 के आसपास काफी कॉल राइटिंग भी देखने को मिली है। वहीं, ऐसा ही कुछ 23,100 और 22,900 पर देखने को मिला। पुट राइटिंग में इनके मुकाबले थोड़ी कम हुई है। ऐसे में 22,950 और 23,000 का जोन एक मजबूत रुकावट के स्तर के तौर पर कार्य करेगा।