वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद के जांच के बाद आज अपने रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। दोनों पक्षों को दिये गये अपने रिपोर्ट में मंदिर होने के सबूत पेश किये हैं। मस्जिद में मौजूद खंबों में हिन्दू देवी-देवताओं की आकृति मिली है। 32 जगहों पर भगवान होने के अभिलेख मिले हैं। मंदिर को 17 वी सदी में तोड़ी गई है।कारिडोर के बिल में एक कुंआ है। यह भी सबूत एएसआई को मिला है कि औरंगज़ेब ने आदेश देकर मंदिर को तोड़ा गया था। मस्जिद के नीचे मंदिर दबे हुए हैं। पुरातत्व विभाग ने अपने 90 दिनों के जांच के बाद कहीं है। अब देखना होगा कि एएसआई के रिपोर्ट के बाद मुस्लिम पक्ष क्या सबूत पेश करते हैं। हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु जैन ने बताया कि एक शिलालेख मिला है जिसमें लिखा है कि सन् 1964-65 के दरम्यान ही मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाया गया है। विष्णु शंकर जैन ने कहा कि एएसआई के रिपोर्ट के बाद हिन्दू पक्ष जल्द ही सर्वोच्च न्यायालय में अपील करेगी।