भिलाई। अयोध्या में राम मंदिर का भव्य अभिषेक एवं प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने के उपलक्ष पर ओम धर्म सेवा एवं जनकल्याण समिति के सदस्यो द्वारा दो दिन पहले ही कैम्प 2 संतोषी पारा माताजी मन्दिर से बड़ी संख्या में मातृ शक्तियो की उपस्थिति में एक विशाल उल्लास यात्रा निकाला गया। उल्लास यात्रा में 13 साल की महीला युवती प्रभु श्री रामचंद्र जी बनकर घोड़े में सवार होकर पूरे यात्रा की गई तथा झांकी के रूप में बच्चे राम, जानकी लक्ष्मण, हनुमान बनकर यात्रा में रहे, जिनको देखने के लिए रास्ते भर लोगों ने अपने घर से निकलकर प्रतिरूप रामचंद्र की पूजा अर्चना किया गया। समिति के महिला अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा मांझी की अध्यक्षता तथा माताजी के मार्गदर्शन में बाजा गाजा के साथ निकाली गई उल्लास यात्रा माताजी के हनुमान मंदिर से प्रारंभ होते हुए शहीद विश्राम मांझी चौक शिव मंदिर , मिलन चौक दुर्गा मंदिर , शिवाजी नगर शिव मंदिर, पेठा मोहल्ला हनुमान मंदिर, शर्मा कॉलोनी शिव मंदिर, गोकुल मंदिर, बंगाली मोहल्ला काली मंदिर, विवेकानन्द नगर शिव मंदिर,यादव मोहल्ला कृष्ण मंदिर , मौर्या किराना दुकान के सामने शिव मंदिर,गणेश चौक हनुमान मंदिर भ्रमण करते हुए बड़ी नाली दुर्गा मंदिर पर समापन हुआ । इन क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए प्रत्येक मंदिर में नारियल चढ़ाते हुए पूजा अर्चना भी किया गया । समापन के पश्चात उल्लास यात्रा में शामिल हुए साल 1992 के कारसेवक सुमन शील के मौजूदगी में बड़ी संख्या में उपस्थित राम भक्तों द्वारा राम आंदोलन में शामिल साल 1990 तथा 1992 में बलिदान देने वाले कार सेवकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई । इस मौके पर अपने संबोधन में कार सेवक सुमन शील ने भारत सरकार से बलिदान देने वाले कार सेवकों को शहीद का दर्जा देने की मांग की है ।