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यूपीएससी मेंस से पहले ध्यान से भरें यह फॉर्म, गलत डिटेल दी तो नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी

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यूपीएससी प्रीलिम्स 2025 परीक्षा में सफल उम्मीदवार अब अगस्त में यूपीएससी मेंस परीक्षा देंगे. यूपीएससी मेंस परीक्षा 2025 देने के लिए डीएएफ 1 फॉर्म भरना जरूरी है. डीएएफ का फुल फॉर्म डिटेल्ड एप्लिकेशन फॉर्म है. संघ लोक सेवा आयोग ने डीएएफ 1 फॉर्म का लिंक अपनी ऑफिशियल वेबसाइट upsc.gov.in पर एक्टिव कर दिया है.

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (CSE) 2025 के लिए डीएएफ फॉर्म की प्रक्रिया बहुत जरूरी है. डीएएफ 2 चरणों में भरा जाता है: डीएएफ-1 (प्रीलिम्स के बाद मेंस के लिए) और डीएएएफ-2 (मेंस के बाद इंटरव्यू के लिए). 2025 के लिए डीएएफ-1 का रजिस्ट्रेशन 16 जून 2025 से शुरू हो चुका है और 25 जून 2025 तक चलेगा. डीएएफ 1 और डीएएफ 2, दोनों ही फॉर्म्स बहुत जरूरी हैं और सरकारी नौकरी की इस प्रक्रिया में इनका अहम योगदान है. यूपीएससी डीएएफ फॉर्म भरने में लापरवाही न बरतें और न ही झूठी जानकारी दें.
डीएएफ फॉर्म कब और कैसे जारी हुआ?
संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी सीएसई प्रीलिम्स 2025 परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के लिए upsc.gov.in/ upsconline.nic.in पर DAF-I फॉर्म का लिंक एक्टिव कर दिया है. इस परीक्षा में सफल उम्मीदवार 16 जून से 25 जून 2025 तक वेबसाइट पर जाकर डीएएफ 1 फॉर्म भर सकते हैं. इसमें अपनी पर्सनल, शैक्षिक और अन्य डिटेल्स एंटर करके जरूरी डाॅक्यूमेंट्स अपलोड करने होंगे. साथ ही सेवा प्राथमिकताएं (आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस) भी चुननी होंगी.

यूपीएससी डीएएफ 1 फॉर्म कैसे भरें?
डीएएफ-1 और डीएएफ-2 दोनों ऑनलाइन भरे जाते हैं. नीचे डीएएफ-1 भरने की प्रक्रिया देख सकते हैं-
1- यूपीएससी की वेबसाइट upsconline.nic.in पर ‘DAF for Civil Services (Main) Examination, 2025’ लिंक पर क्लिक करें.
2- अगर आपने पहले से वन-टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) नहीं किया है तो ‘New Registration’ पर क्लिक करके OTR प्रोफाइल बनाएं. OTR में नाम, जन्म तिथि, ईमेल और मोबाइल नंबर एंटर करें.
3- OTR क्रेडेंशियल्स (रोल नंबर और पासवर्ड) के जरिए लॉगिन करें. पासवर्ड आपके रजिस्टर्ड ईमेल/मोबाइल पर भेजा जाता है.
4- डीएएफ-1 में 6 मॉड्यूल हैं: पर्सनल डिटेल (नाम, जन्म तिथि, लिंग, पता, संपर्क नंबर), शैक्षिक योग्यता (10वीं, 12वीं, स्नातक की डिटेल्स (मार्कशीट, डिग्री नंबर), रोजगार विवरण (अगर वर्किंग हैं तो जॉब टाइटल, कंपनी का नाम और अवधि.
5- IAS, IPS, IFS आदि सेवाओं और राज्य कैडर (जैसे यूपी, बिहार) की प्राथमिकता चुनें.
6- माता-पिता का व्यवसाय, आय और संपत्ति की जानकारी दें.
7- शौक, उपलब्धियों और वैकल्पिक विषय से जुड़ी डिटेल्स भरें.

डीएएफ के साथ कौन से डॉक्यूमेंट्स लगाएं?
10वीं मार्कशीट (जन्म तिथि प्रमाण), स्नातक मार्कशीट/प्रोविजनल सर्टिफिकेट, श्रेणी प्रमाणपत्र (SC/ST/OBC/EWS), PwBD सर्टिफिकेट (यदि लागू), फोटो, हस्ताक्षर.
फॉर्मेट: दस्तावेज PDF में (200 dpi, अनलॉक), फोटो/हस्ताक्षर JPG में (20-300 KB). अगर नाम बदल गया है तो गैजेट नोटिफिकेशन अपलोड करें.
आवेदन शुल्क: सामान्य/EWS/OBC पुरुष उम्मीदवारों के लिए 200 रुपये, SC/ST/महिला/PwBD उम्मीदवारों को छूट, भुगतान ऑनलाइन (नेट बैंकिंग, क्रेडिट/डेबिट कार्ड) या ऑफलाइन (SBI में नकद).
सबमिट करें: सभी मॉड्यूल्स चेक करें. ‘Final Submission’ पर क्लिक करने के बाद बदलाव संभव नहीं है.
डीएएफ फॉर्म क्यों जरूरी है?
डीएएफ फॉर्म यूपीएससी प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है-
मेंस और इंटरव्यू के लिए पात्रता: डीएएफ-1 भरे बिना मेंस परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते हैं. वहीं, डीएएफ-2 इंटरव्यू के लिए अनिवार्य है. गलत जानकारी या समय पर सबमिशन न करने से उम्मीदवारी रद्द हो सकती है.
सेवा और कैडर चयन: डीएएफ में दी गई सेवा (IAS, IPS, IFS) और कैडर प्राथमिकताएं फाइनल सेलेक्शन को प्रभावित करती हैं. ये प्राथमिकताएं बाद में बदली नहीं जा सकती हैं.
इंटरव्यू में भूमिका: डीएएफ-2 में दी गई जानकारी (शौक, उपलब्धियां, शिक्षा, कार्य अनुभव) इंटरव्यू पैनल के सवालों का आधार बनती है. उदाहरण: अगर आपने शौक में ‘क्रिकेट’ लिखा तो इससे संबंधित सवाल पूछे जा सकते हैं.
पारदर्शिता और सत्यापन: डीएएफ में दी गई जानकारी का दस्तावेजों के साथ सत्यापन होता है. गलत या भ्रामक जानकारी देने पर अयोग्यता या कानूनी कार्रवाई हो सकती है.