दिल्ली की नई सरकार के गठन के साथ ही यमुना की सफाई का कार्य आरंभ हो गया है. इसी क्रम में, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता(CM Rekha Gupta) ने गुरुवार को यमुना सफाई अभियान से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने वजीराबाद में स्थित नजफगढ़ नाले, जिसे साहिबी नदी के नाम से जाना जाता है, के किनारे ‘रिवरफ्रंट’ परियोजना की शुरुआत की घोषणा की. इस अवसर पर उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और जल संसाधन मंत्री प्रवेश वर्मा भी उनके साथ उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की 50 एकड़ भूमि का निरीक्षण किया और घोषणा की कि इसे एक विशाल सार्वजनिक पार्क में परिवर्तित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह भूमि कई वर्षों से neglected रही है, लेकिन अब इसे एक हरा-भरा और सुलभ हरित क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा.
22 प्रमुख नालों की चल रही है सफाई
इस रिवरफ्रंट परियोजना के अंतर्गत साहिबी नदी के किनारे सौंदर्यीकरण के साथ-साथ नागरिकों के लिए नए अवकाश स्थलों का विकास किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने वजीराबाद, बारापुला, सुनहरी पुल और कुशक नालों में गाद हटाने के कार्यों का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि 22 प्रमुख नालों की सफाई का कार्य जारी है, ताकि इनसे निकलने वाला उपचारित पानी यमुना में प्रविष्ट होने से पहले मानकों को पूरा कर सके.
रेखा गुप्ता ने कहा, दिल्ली को एक स्वच्छ, सुरक्षित और जलभराव मुक्त शहर बनाने की उनकी इच्छा है. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी विभाग सामूहिक रूप से प्रयास कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने आम आदमी पार्टी की पूर्व सरकार की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने नालों की वास्तविक स्थिति पर ध्यान नहीं दिया और केवल एयर कंडीशनर वाले कार्यालयों में बैठकर निर्णय लिए. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी सरकार काम की वास्तविकता की निगरानी कर रही है और नालों के किनारे जाकर स्वयं स्थिति का अवलोकन कर रही है. नजफगढ़ और शाहदरा सहित 22 प्रमुख नालों से गाद निकालने का कार्य वर्तमान में तेजी से चल रहा है.वजीराबाद के पूरक नाले पर गुप्ता ने ‘सरफेस एरेटर’ का अवलोकन किया, जिसका उद्देश्य जलीय जीवन के लिए आवश्यक पानी में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाना है. इस प्रक्रिया में रोटेटर का उपयोग करके पानी की सतह में हलचल उत्पन्न की जाती है.
उन्होंने कहा कि आगामी मौसम में जलभराव या प्रदूषण से संबंधित समस्याओं को रोकने के लिए सभी दिल्लीवासियों को मिलकर प्रयास करना चाहिए, ताकि दिल्ली एक स्वच्छ, स्वस्थ और सुरक्षित शहर के रूप में विकसित हो सके.