भारतीय एयरलाइंस की सुरक्षा को लेकर सवाल उठना लाजमी है क्योंकि इस साल जनवरी तक के 13 महीनों में निजी एयरलाइंस ने विमानों में 268 तकनीकी खराबियों की सूचना दी है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा लोकसभा में एक लिखित उत्तर में प्रस्तुत आधिकारिक आंकड़ों से पता चला है कि केवल 2023 में ही ऐसी घटनाओं की संख्या 384 थी. 2023 और जनवरी 2025 तक की अवधि को मिलाकर, निजी विमानन कंपनियों द्वारा संचालित 10,42,593 उड़ानों के मुकाबले ऐसी घटनाएं कुल 268 थीं.
इन आंकड़ों के बावजूद, मंत्रालय ने प्रति उड़ान में खामियों के प्रतिशत में कमी पर प्रकाश डाला है – 2023 में 0.033 से हाल के समय में 0.025 तक. आंकड़ों के अनुसार, IndiGo ने 118 तकनीकी गड़बड़ियों की सूचना दी, जबकि Air India ने 66, SpiceJet ने 23 और Air India Express ने 26 गड़बड़ियों का सामना किया.नई कंपनियों जैसे Akasa Air को 5, FlyBig को 3 और Blue Dart Aviation को 1 तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा. विलय हो चुकी Vistara और AirAsia के आंकड़ों में क्रमशः 8 और 18 घटनाएं सामने आईं.
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री, मुरलीधर मोहोल ने बताया कि उड़ान संचालन के दौरान तकनीकी खराबी होना आम बात है. ये घटकों या उपकरणों में खराबी के कारण हो सकती हैं जिनके लिए एयरलाइंस द्वारा सुधार की आवश्यकता होती है. उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि ये समस्याएं आमतौर पर उड़ान चालक दल द्वारा कॉकपिट में दृश्य या श्रव्य चेतावनियाँ प्राप्त करने, किसी दोषपूर्ण प्रणाली को देखने या विमान संचालन में कठिनाइयों का अनुभव करने पर रिपोर्ट की जाती हैं.