हिमाचल प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स की टीम द्वारा जिला ऊना में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट के तीन सदस्यों के घर की गई छापेमारी को लेकर हिमाचल प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई है. इस कार्रवाई से भाजपा को सरकार के खिलाफ बोलने का मौका मिल गया है. वहीं कांग्रेस के नेता भी भाजपा और पुलिस पर हमलावर हो गए हैं.
बुधवार को ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने पत्रकार वार्ता में कहा कि उनके कारोबार को लेकर भाजपा के नेता और विधायक सतपाल सिंह सत्ती विवादास्पद बयान देकर सुर्खियों में बने रहते हैं. लेकिन अब वह सतपाल सत्ती के कारोबार का खुलासा जनता के सामने करेंगे. उन्होंने हिमाचल प्रदेश पुलिस के प्रमुख पर भी सरकार को अस्थिर करने की साजिश का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार को अस्थिर करने के लिए पुलिस कर्मचारियों के घर पर छापेमारी की गई. लेकिन डीजीपी को यह बताना चाहिए कि पुलिस को छापेमारी में क्या मिला.
छापेमारी पर पुलिस और भाजपा को जमकर घेरा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने हिमाचल प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा पुलिस कर्मचारियों के घर की गई छापेमारी पर पुलिस और भाजपा को जमकर घेरा है. बुधवार को ऊना जिला मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि वह होटल व्यवसाय से जुड़े हैं और यह सबको पता है. लेकिन फिर भी भाजपा के नेता और विधायक सतपाल सिंह सत्ती उनके कारोबार को लेकर भ्रामक बयान देते रहते हैं.विधायक को भी बताना चाहिए कि वह क्या-क्या कारोबार चलाते हैं. यदि विधायक ने जनता को नहीं बताया तो वह खुद विधायक के कारोबार की जानकारी जनता के सामने लाएंगे. उन्होंने कहा कि विधायक के परिवार के सदस्य अवैध खनन में संलिप्त रहे हैं. विधायक के समर्थकों के ऑडियो वीडियो लीक होते रहे हैं जो अभी लोगों के पास हैं. उन्होंने कहा कि विधायक को सोच-समझकर बयान देना चाहिए.
कांग्रेस नेता सतपाल रायजादा ने हिमाचल प्रदेश पुलिस अतुल वर्मा के प्रमुख पर प्रदेश की सरकार को अस्थिर करने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हाल ही में पुलिस कर्मचारियों के घर की गई छापेमारी इस बात का सबूत है कि पुलिस सरकार को बदनाम करने की साजिश रच रही है. उन्होंने कहा कि डीजीपी द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों के इनपुट के आधार पर छापेमारी करने की बात कहना यह दर्शाता है कि पुलिस केंद्रीय जांच एजेंसियों के इशारे पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मचारियों के घर की गई छापेमारी से स्पेशल टास्क फोर्स की टीम को क्या मिला, यह डीजीपी को सार्वजनिक करना चाहिए था. उन्होंने पुलिस द्वारा पुलिस कर्मचारियों के घर की गई छापेमारी को गलत बताया और इसे सरकार के खिलाफ गहरी साजिश करार दिया.