रामनगर मुक्तिधाम में नि:शुल्क अंतिम संस्कार पूर्व मंत्री की उपलब्धि रही
भिलाई। भिलाई नगर विधानसभा से दो बार विधायक तथा मंत्री रह चुके बदरूद्दीन कुरैशी ने वैशाली नगर विधानसभा हेतु आवेदन किया है।
अविभाजित मध्यप्रदेश में कुरैशी ने मंत्री का दायित्व निभा चुके अल्पसंख्यक वर्ग के नेता बदरूद्दीन कुरैशी ने भिलाई नगर से दावेदारी नहीं करना मतदाताओं को सोचने के लिए मजबूर कर रहा है कि आखिर क्यों वे विधानसभा बदलने मजबूर हैं?
दुर्ग जिले में उनकी राजनीति चंदूलाल चन्द्राकर के पद चिन्हों पर चलते हुए उनके मार्गदर्शन में एवं दुर्ग जिले के चांडक्य कहे जाने वाले स्व. वासुदेव चन्द्राकर के सानिध्य में सन् 1998 में भिलाई नगर से विधायक बनकर प्रदेश के राजनीति में कदम रखा था।वे प्रदेश के कांग्रेस पार्टी के दबंग नेता के रूप में माने जाते रहे हैं। वे हमेशा कांग्रेस के दिवंगत नेताओं के जयंती एवं श्रद्धांजलि देने कभी नहीं भूलते और जनहित के अनेक कार्यों को मूर्तरूप प्रदान करने नाम अंकित कर चुके हैं। सन् 2018 के चुनाव में उनके विधानसभा से युवा नेता को टिकट दे दिया गया। और छात्र राजनीति से कांग्रेस के विधायक का टिकट भिलाईनगर से देवेन्द्र यादव को दे दिया गया था। वे मामूली अन्तर से भाजपा के कद्दावर नेता प्रेमप्रकाश पाण्डेय को हराने में सफल हुए थे। वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में सीट बदले जाने का खामियाजा कुरैशी को उठाना पड़ा था। यदि 2023 में पुनः उन्हें भिलाईनगर का विधायक प्रत्याशी बनाया जाता है तो जीत अवश्य संभव होगा,यह राजनीतिक विश्लेषको का सर्वे रिपोर्ट में कहा जा रहा है।