बीजापुर
सरकार की महत्वपूर्ण ‘नियद नेल्ला नार’ योजना के प्रभाव से प्रेरित होकर पांच माओवादियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर हिंसा का रास्ता छोड़ने का निर्णय लिया है. आत्मसमर्पण करने वालों में पांच लाख का इनामी माओवादी भी शामिल है. बताया जा रहा है कि ये सभी माओवादी फायरिंग, आईडी ब्लास्ट और आगजनी जैसी हिंसक घटनाओं में संलिप्त रहे हैं.
सीआरपीएफ डीआईजी देवेन्द्र सिंह नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, डीएसपी सुदीप सरकार, डीएसपी दिनेश सिन्हा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में सभी पांच माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया. आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों को पुलिस द्वारा 25-25 हजार रुपये नगद प्रोत्साहन राशि दी गई है. वर्ष 2024 में अब तक कुल 185 माओवादी पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जबकि 411 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है.