मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी है। वहीं अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए संसदीय मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि भाजपा ने 109 बिंदुओं के आरोप पत्र पेश किया है, उसमें से केवल एक चर्चा की, बाकी इधर-उधर की बात की। मणिपुर की घटना का जिक्र किया तो भाजपा विधायक शोर मचाने लगे। इस पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में हम अपने मन की बात कह सकते हैं, यह नियम है। आरोप पत्र तो हमने आपसे जवाब मांगने के लिए लाया है।
इसके बाद रविंद्र चौबे ने कहा कि जब से हमारी भूपेश बघेल की सरकार बनी है, छत्तीसगढ़ का सम्मान बढ़ा, छत्तीसगढ़ के तीज त्योहार खानपान का सम्मान बढ़ा। खोखला अविश्वास प्रस्ताव है, केवल औपचारिकता पूरी की गई, ये आरोप पत्र असत्य का पुलिंदा है।
अकबर बोले-विपक्ष ने सिर्फ घोटाला लिख दिया है
वहीं, अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं जो पहले छत्तीसगढ़ के प्रभारी थे, उन्होंने कहा था 01 साल तक चावल की दलाली खाना बंद कर दो तो सरकार वापस आ जाएगी, आज जो स्थिति हो गई सब देख रहे हैं। विपक्ष ने विभाग का नाम लिख कर उसके आगे सिर्फ घोटाला लिख दिया है। विपक्ष ने सिर्फ वन घोटाला लिखा है, जबकि छत्तीसगढ़ में वन क्षेत्रों की बढ़ोतरी हुई है, वन क्षेत्र में 109 वर्ग किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई है। विपक्ष ने 44 घोटाला और 110 आरोप लिखकर दे दिया है जो तर्कहीन है।
इसके पहले चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक हुई थी। रायपुर में एसटी-एससी युवाओं के नग्न प्रदर्शन पर विपक्ष ने जमकर हंगामा मचाया। सीएम भूपेश बघेल ने CAG की तीन अलग-अलग रिपोर्ट सदन की पटल पर रखा। विपक्ष ने सरकार पर 109 बिंदुओं का आरोप लगाई है, जिस पर चर्चा जारी है।
इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान रेडी-टू-ईट फूड, आदिवासियों के रीति-रिवाजों के संरक्षण, गौठान का मामला उठा। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने गौठान से संबंधित गलत जानकारी देने का आरोप लगाया। उनके मुताबिक अधूरे गौठानों की स्थिति को छुपाने की कोशिश की जा रही है। जवाब में मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि जानकार बिल्कुल सही दी गई है। कोई गड़बड़ी नहीं है।
विधानसभा से जुड़े अपडेट्स
1-बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा-राज्य में शराब का घोटाला हुआ है, पीने वालों को लेवी के साथ ज्यादा रेट में शराब लेना पड़ता है।
2-देश में सबसे ज्यादा सीमेंट छत्तीसगढ़ में बनता है, फिर भी सबसे महंगा सीमेंट राज्य में मिलता है। सीमेंट कंपनियां कहती हैं कि आपको पता नहीं की एक्स्ट्रा टैक्स कहा जाता है।