शरद पवार से बगावत करके राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अजित पवार गुट के 8 विधायकों को महाराष्ट्र (Maharashtra) की एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की अगुआई वाली सरकार के कैबिनेट में विभाग के बंटवारे को लेकर चल रहा गतिरोध आज यानी शुक्रवार को खत्म हो गया. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सभी के विभागों का बंटवारा कर दिया.
डिप्टी सीएम अजित पवार को वित्त विभाग और नियोजन, छगन भुजबल को अन्न नागरिक आपूर्ति, दिलीप वलसे पाटील को सहकारी मंत्री और हसन मुश्रीफ को चिकित्सीय शिक्षा विभाग मिला है. इसके अलावा धर्मराव बाबा अत्राम को अन्न और औषधि प्रशासन, अदिति तटकरे को महिला एवं बाल विकास, संजय बनसोड़े को खेल एवं युवा मंत्रालय और धनंजय मुंडे को कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई. वहीं अनिल पाटील को मदद पुनर्वासन के साथ आपदा व्यवस्थापन विभाग सौंपा गया है.
शिंदे और फडणवीस के पास कौन से विभाग?
मुख्यमंत्री शिंदे के पास सामान्य प्रशासन शहरी विकास, परिवहन विभाग, सामाजिक न्याय, जलवायु परिवर्तन और खनन विभाग की जिम्मेदारी है. इसके अलावा वह सूचना एवं प्रौद्योगिकी सहित सूचना और जनसंपर्क मंत्रालय भी संभाल रहे हैं. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास गृह, कानून और न्याय विभाग की जिम्मेदारी है. इसके अलावा फडणवीस के पास जल संसाधन, लाभ क्षेत्र विकास ऊर्जा और शाही शिष्टाचार विभाग भी है.
अजित ने सहमति हो जाने का दिया था संकेत
हालांकि डिप्टी सीएम अजित पवार ने पहले ही पुष्टि की थी कि कैबिनेट विस्तार के लिए पोर्टफोलियो की सूची राज्यपाल को मंजूरी के लिए भेज दी गई है. पोर्टफोलियो विभाजन की लिस्ट को अंतिम रूप देने और उसको सौंपने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के अधिकारी आज राज्यपाल (Governor) के आधिकारिक निवास राजभवन पहुंचे. राज्यपाल द्वारा अनुमोदित होने के बाद सूची को आगे की कार्रवाई के लिए मुख्य सचिव को भेज दिया जाएगा.
एनसीपी छोड़कर आए अजित संग 8 बागी विधायक
बताते चलें कि गत 2 जुलाई को एनसीपी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के संस्थापक शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने 8 बागी विधायकों के साथ शिंदे सरकार को समर्थन दे दिया था और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. अजित पवार ने शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. लेकिन अभी तक विभागों का बंटवार नहीं हो पाया था. लंबे मंथन के बाद अब सभी मंत्रियों के विभागों को बंटवारा हो गया है.