जी20 संस्कृति कार्यसमूह की हम्पी (विजयनगर) कर्नाटक में होनी वाली तीसरी बैठक खास होगी. खास इसलिए क्योंकि बैठक के साथ-साथ यहां पर एक विश्व रिकार्ड बनने वाला है. संस्कृति मंत्रालय इस विश्व रिकार्ड के सहारे यहां की पारंपरिक कला को बढ़ावा देगा. संस्कृति कार्यसमूह की बैठक 9 से 12 जुलाई तक चलेगी, जिसमें करीब 50 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. यह जानकारी संस्कृति मंत्रालय के सचिव गोविंद मोहन और संयुक्त सचिव लिली पांडेय ने आज विजयनगर में दी.
सचिव गोविंद मोहन ने बताया कि चार दिवसीय बैठक में संस्कृति से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी. इस बैठक में जी 20 में शामिल देश और 9 मेहमान देश समेत 50 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि खजुराहो और भुवनेश्वर में हुई पहली और दूसरी बैठक काफी सार्थक रही है. हम्पी में होने वाली तीसरी बैठक पूर्व में हुई दोनों बैठकों के सकारात्मक नतीजे के साथ की जाएगी. संस्कृति कार्य समूह की बैठक 4 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर केंद्रित है.
इनमें सांस्कृतिक संपदा का संरक्षण और दोबारा से स्थापित करना, भविष्य में विरासत का उपयोग, सांस्कृतिक से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और संस्कृति को सहेजने में डिजिटल तकनीकों का लाभ उठाना है. संस्कृति समूह की बैठक की मदद से इसके परिणाम आने शुरू हो गए हैं. संस्कृति को लेकर हाल ही, अमेरिका के साथ द्विपक्षीय समझौता हुआ है. अन्य देशों के साथ ही बातचीत शुरू हो चुकी है.
वहीं, संयुक्त सचिव लिली पांडेय ने बताया कि तीसरी बैठक में विश्व रिकार्ड बनने वाला है. यहां पर बंजारा समुदाय के लंबानी कलाकारों द्वारा द्वारा सबसे लंबी एंब्रॉयडरी की पैचवर्क वाली प्रदर्शनी लगाई जा रही है. इसमें 1300 पैच का इस्तेमाल किया जा रहा है, इस रिकार्ड को बनाने में 450 लंबानी कलाकार शामिल होंगे. यह प्रदर्शनी संदूर कला केन्द्र के तहत आयोजित की जा रही है. लिली पांडेय ने बताया कि लंबानी कला को बढ़ावा देने के लिए इस प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. इस मौके पर एएसआई के डीजी केके बासा और पीआईबी की एडीजी नानू भसीन मौजूद रहीं.