14 जुलाई को फिर से अमित शाह छत्तीसगढ़ आ सकते हैं। एक महीने में ये शाह का तीसरा अहम दौरा होगा। केंद्रीय नेतृत्व कार्यकर्ताओं को यही संदेश दे रहा है कि छत्तीसगढ़ पर उनका खास फोकस है। जल्द ही शाह के छत्तीसगढ़ दौरे की आधिकारिक जानकारी भी सामने होगी। लेकिन शाह को अगली बैठक में जवाब देने के लिए प्रदेश भाजपा के नेताओं ने तैयारी शुरू कर दी है।
शाह की अगली बैठक में प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी नितिन नबीन भी शामिल होंगे। जिन सीटों पर बीजेपी कमजोर है। वहां के लिए पार्टी एक्शन प्लान तैयार करेगी। इधर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल को टॉस्क दिया है।
पिछली बैठक में शाह की तल्खी दिखी
5 जुलाई को अमित शाह ने 5 संभाग के प्रभारियों को बुलाया था। डॉ रमन सिंह, ओम माथुर भी मौजूद थे। अमित शाह को भाजपा के नेताओं में आपसी खींचतान की खबर भी मिली है। इसको लेकर वो तल्ख दिखे। उन्होंने बड़े नेताओं से साफ कहा है कि- ये सब नहीं चलेगा, बहुमत लाने पर फोकस करना होगा।
शाह वाले फॉर्मेट की चर्चा
अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के नेताओं में प्रभारी ओम माथुर और सह प्रभारी नितिन नबीन को एक प्रारूप दिया है। इस प्रारूप के आधार पर हर विधानसभा की जानकारी को एकत्रित करना है। शाह के इस फॉर्मेट की चर्चा पार्टी के भीतर जोरों पर है। भाजपा ये भी देख रही है कि कांग्रेस के प्रत्याशियों से कहां-कहां नाराजगी है। जुलाई के दूसरे सप्ताह तक इन सब रिपोर्ट्स पर प्रदेश के नेता काम करेंगे और जब शाह फिर से आएंगे इन रिपोर्ट्स की समीक्षा होगी।
इधर नड्डा ने जामवाल को दिया टास्क
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रायपुर में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उसी समय भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अलग-अलग राज्यों की बैठक ले रहे थे। इस बैठक में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय शामिल हुए। चूंकि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हैं नड्डा की मीटिंग एजेंडा भी यहीं रहा।