प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने शनिवार को मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में स्थित लालपुर गांव में राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 (National Sickle Cell Anemia Eradication Mission) का शुभारंभ किया. कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लगभग 3.57 करोड़ डिजिटल कार्ड और एक करोड़ से अधिक पीवीसी आयुष्मान भारत कार्ड भी वितरित किए.
इंडिया टुडे के अनुसार पीएम मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि दुनिया के आधे सिकल सेल एनीमिया के मामले भारत में होते हैं. साथ ही उन्होंने भारत को आजादी मिलने के बाद से पिछले 70 सालों में इस मुद्दे को पर्याप्त रूप से संबोधित नहीं किए जाने पर चिंता भी व्यक्त की. यह मानते हुए कि यह बीमारी मुख्य रूप से आदिवासी समुदायों को प्रभावित करती है, प्रधानमंत्री मोदी ने इस बीमारी को खत्म करने के लिए एक अभियान शुरू करने के महत्व पर जोर दिया.
क्या है सिकल सेल एनीमिया?
सिकल सेल एनीमिया एक रक्त विकार (Blood Disorder) है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलता रहता है. यह बीमारी माता-पिता से ही बच्चे में आती है. यह पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने के लिए जिम्मेदार लाल रक्त कोशिकाओं को सीधे प्रभावित करता है. सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित व्यक्तियों को रक्त प्रवाह में कमी या रुकावट का सामना करना पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप कई लक्षण दिखाई देते हैं जो आम तौर पर छह महीने की उम्र के आसपास नजर आते हैं.