भिलाई के पावर हाउस में प्रदेश का पहला क्रॉस फ्लाई ओवर ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। दुर्ग एसपी शलभ सिन्हा और ट्रैफिक डीएसपी ने एक दिन पहले इसका निरीक्षण किया। कलेक्टर ने निर्माण एजेंसी को निर्देश दिया कि मंगलवार तक ब्रिज को पूरा करें। मंगलवार शाम तक कुछ सुरक्षा के उपाय न होने से ब्रिज को शुरू न कर बुधवार सुबह 10 बजे से खोला जाएगा।
पावर हाउस फ्लाई ओवर ब्रिज की ऊंचाई पुराने ब्रिज से 6.5 मीटर अधिक है। इसकी लंबाई करीब 1700 मीटर है। इसका निर्माण 66 करोड़ की लागत से किया गया है। इस ब्रिज को 5 जून तक कंप्लीट करना था, लेकिन निर्माण एजेंसी की देरी के चलते इसका निर्माण 26 जून तक भी पूरा नहीं हुआ।
एनएच के अधिकारियों ने कलेक्टर को बताया कि निर्माण एजेंसी काफी धीमी गति से काम कर रही हैं। वो एक साइट में एक गैंग लगाकर काम करवा रही है। वहीं निर्माण एजेंसी के अधिकारियों ने भुगतान का हवाला दिया। कंसल्टेंट ने बताया कि इस फ्लाई ओवर ब्रिज का प्रोजेक्ट 263 करोड़ रुपए का है। अब तक उन्हें मात्र 220 करोड़ रुपए का ही भुगतान हुआ है। इतना ही नहीं इस प्रोजेक्ट में 20 करोड़ रुपए के अतिरिक्त कार्य की भी बात कही जा रही है।
इसके बाद कलेक्टर ने निर्माण एजेंसी और एनएच के अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि मंगलवार शाम तक ब्रिज शुरू करना है। भुगतान के लिए वो खुद दिल्ली में सेक्रेटरी से बात करेंगे। कलेक्टर के निर्देश पर मंगलवार रात तक काम चला। अब इसकी रायपुर से दुर्ग को जाने वाली लेन को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। ट्रायल के दो से तीन दिन बाद दूसरी तरफ की भी लेन खोल दी जाएगी।
ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा
ट्रैफिक डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि ब्रिज के शुरू होने से आम लोगों को काफी राहत मिलेगी। सबसे बड़ी राहत ट्रैफिक कम होने की होगी। अभी नीचे शहर की रोड पर गाड़ियों का दबाव काफी अधिक है। ब्रिज शुरू हो जाने से पूरा हैवी ट्रैफिक ब्रिज के ऊपर से निकल जाएगा। इससे नीचे मार्केट या शहर के ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा।