छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। प्रदेश के कई जिलों के लिए यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 27 जून को सुबह 8:30 बजे तक प्रदेश के बिलासपुर, पेंड्रा, मुंगेली, दुर्ग, बेमेतरा और कबीरधाम जिलों में भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट उन इलाकों में जारी किया जहां जाता है, जहां मूसलाधार बारिश की आशंका होती है वहीं यलो अलर्ट भारी बारिश के लिए जारी किया जाता है।
वहीं रायगढ़ जिले में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है। जबकि कोरिया, कोरबा, जांजगीर, रायपुर, महासमुंद, बालोद, राजनांदगाव और बीजापुर जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है, यहां गरज चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है।
इन जिलों में हुई सबसे ज्यादा बारिश
अब तक महासमुंद जिले में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। महासमुंद में 139.8 मिलीमीटर, रायपुर में 129.7 मिमी, बिलासपुर 117.2 मिमी, मुंगेली 100.5 मिमी, सुकमा 98.2 मिमी, बलौदाबाजार 92 मिमी, गरियाबंद 82.3 मिमी, बलरामपुर में 82 मिमी, कोरबा 81.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
पेड़ टूटकर मकान पर गिरा
उधर, रायपुर में लगातार रुक-रुककर हो रही बारिश के चलते जोन क्रमांक 4 के अन्तर्गत आने वाले पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड क्रमांक 35 के क्षेत्र में गौरा गौरी चौक पर पुराना बरगद का वृक्ष टूट कर एक मकान पर गिर गया। इस वजह से हां का हाईटेंशन तार भी टूट गया, जिससे वहां की लाइट सुबह 7:00 बजे से बंद हो गई थी। बाद में उसे चालू करवाया गया है।
अगले 24 घंटे में मानसून का हाल
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया है कि देश में मानसून को आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई है। अगले दो दिनों में गुजरात के कुछ और भाग, राजस्थान के कुछ और भाग, हरियाणा के बचे हुए हिस्से और पंजाब के बचे हुए हिस्से में पहुंचने की संभावना है।
एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर अंदरूनी ओडिशा और उससे लगे दक्षिण झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित है, इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके उत्तर मध्य प्रदेश की ओर अगले 2 दिनों के दौरान बढ़ने की संभावना है।