केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के वरिष्ठ अधिकारियों का ‘चिंतन शिविर’ को राजधानी दिल्ली में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की. बैठक के दौरान गृहमंत्री शाह ने सीमापार से घुसपैठ, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए सीमा पर अत्यधिक चौकसी बरतने की जरूरत पर बल दिया. साथ ही कहा कि सीमावर्ती इलाकों को विकसित करने और वहां रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए वाइब्रेंट विलेज का प्रोग्राम भी शुरू किया गया है.
गृहमंत्री ने जवानों को लोकल प्रोडक्ट खरीदने का दिया सुझाव
चिंतन शिविर में बैठक के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीमाओं की सुरक्षा के लिए सीमावर्ती गांव के निवासियों के साथ संपर्क और संवाद स्थापित करने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है. इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सभी सीपीएफ को लोकल प्रोडक्ट्स की खरीद को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और पलायन रुकेगा. इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह ने सीपीएफ यूनिट को ड्रोन तकनीक और ड्रोन-रोधी उपायों पर काम करने के लिए एक समर्पित टीम के गठन करने का भी निर्देश दिया.
CAPF जवानों को पेड़ गोद लेने की दी सलाह
चिंतन शिविर के दौरान उन्होंने जवानों के कल्याण, खेलकूद को बढ़ावा देने और जवानों के परिजनों के बारे में संवेदनशीलता के साथ सोचने की जरूरत पर बल दिया. गृहमंत्री अमित शाह ने हर एक जवान को पांच पेड़ गोद लेने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि इससे प्रकृति के प्रति जवानों का लगाव बढ़ेगा. गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सीएपएफ जवानों को समर्पित आवास इस साल नवंबर तक अलॉट कर दिये जाएंगे.