Home राष्ट्रीय हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने से वोट प्रतिशत बढ़ेगा : भाजपा

हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने से वोट प्रतिशत बढ़ेगा : भाजपा

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नई दिल्ली/चंडीगढ़
चुनाव आयोग के हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने का भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे वोट प्रतिशत में भी बढ़ोत्तरी होगी।

दुष्यंत गौतम ने कहा कि चुनाव की तारीख 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर कर दी गई है। चुनाव आयोग ने लोकतंत्र के अंदर जनता की मांग पर यह निर्णय लिया है। तारीख बदलने से लोग बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लेंगे। निश्चित तौर पर इससे वोट प्रतिशत में बढ़ोत्तरी होगी। हम चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं।

दुष्यंत गौतम ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के घर-घर अभियान पर हमला किया। उन्होंने कहा कि जनता उनसे पूछ रही है कि 10 सालों में क्या किया? मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि हर घर को जल मिलेगा, कहां है हर घर जल ? दिल्ली के प्रदूषण के लिए क्या किया ? स्कूल में बच्चों के दाखिले कम हो गए हैं। स्कूल में शिक्षक नहीं हैं, प्रिंसिपल नहीं हैं। अस्पताल नहीं है। यमुना नदी प्रदूषित है।

उन्होंने आगे कहा कि वो सिर्फ नाटक करते हैं। उनके आधे से ज्यादा विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। कुछ जेल में हैं और कुछ बेल पर बाहर हैं। जनता ने जो प्रयोग किया, वो फेल साबित हुआ है। जनता अब उन्हें माफ नहीं करेगी। उनका घर-घर जाने वाला अभियान पूरी तरह से फेल होगा। भाजपा झुग्गी-झोपड़ी अभियान चला रही है। इसके जरिए जनता की मदद की जा रही है और उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

चुनाव आयोग ने बिश्नोई समुदाय के सदियों पुराने त्योहार का हवाला देते हुए शनिवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख में बदलाव कर दिया। निर्वाचन आयोग ने हरियाणा में एक चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की नई तारीख 5 अक्टूबर कर दी है। इससे पहले मतदान 1 अक्टूबर को होना था। अब 1 अक्टूबर की जगह 5 अक्टूबर को वोटिंग होगी। हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना की तारीख 8 अक्टूबर की गई है।

चुनाव आयोग की तरफ से घोषणा की गई, "यह निर्णय बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और परंपराओं का सम्मान करने के लिए लिया गया है, जिन्होंने अपने गुरु जम्भेश्वर की स्मृति में आसोज अमावस्या उत्सव मनाने की सदियों पुरानी प्रथा को कायम रखा है। इससे बड़ी संख्या में लोग मतदान के अधिकार से वंचित रह सकते हैं, साथ ही इससे हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी कम हो सकती है।"

बिश्नोई समुदाय ने हरियाणा चुनाव की तारीख स्थगित करने के फैसले का स्वागत किया

 बिश्नोई समुदाय के लोगों ने उनके सदियों पुराने त्योहार के मद्देनजर हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख एक अक्टूबर से स्थगित कर पांच अक्टूबर करने के निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत किया है। आयोग के इस फैसले का सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी स्वागत किया है।

निर्वाचन आयोग ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के तहत मतदान एक अक्टूबर के बजाय पांच अक्टूबर को कराने की घोषणा करते हुए शनिवार को कहा था कि बिश्नोई समुदाय के सदियों पुराने त्योहार को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

आयोग ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों की मतगणना चार अक्टूबर के बजाय अब आठ अक्टूबर को होगी।

अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के उपाध्यक्ष सोम प्रकाश बिश्नोई ने कहा कि पूरा समुदाय चुनाव की तारीख स्थगित करने के फैसले के लिए निर्वाचन आयोग का आभार जताता है। उन्होंने कहा कि इस उत्सव में बिश्नोई समुदाय के लाखों सदस्य हिस्सा लेते हैं और इसे आयोजित करने में 15-20 दिन लगते हैं।

सोम प्रकाश ने कहा, ‘‘पहले हम इस बात को लेकर चिंतित थे कि (बिश्नोई समुदाय के) लोग यात्रा पर होने के कारण मतदान नहीं कर पाएंगे या वे इस कार्यक्रम में भाग नहीं ले पाएंगे। अब नई मतदान तिथि से हमारी समस्या हल हो गई है और हम इसके लिए निर्वाचन आयोग को धन्यवाद देते हैं।’’

तारीख में बदलाव से पहले, एक अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में तीसरे और अंतिम चरण के विधानसभा चुनावों के साथ ही हरियाणा में चुनाव कराए जाने थे।

निर्वाचन आयोग ने कहा था कि हरियाणा विधानसभा चुनाव की तिथि आगे बढ़ाने का निर्णय उस बिश्नोई समुदाय के मतदान के अधिकार और परंपराओं का सम्मान करने के लिए लिया गया है, जिसने अपने गुरु जम्भेश्वर की याद में 300-400 साल पुरानी परंपरा को बरकरार रखा है।

आयोग ने बताया था कि हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख पुनर्निर्धारित करने के लिए उसे अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा, बीकानेर (राजस्थान) के राष्ट्रीय अध्यक्ष से एक अभिवेदन प्राप्त हुआ था।

निर्वाचन आयोग के अनुसार, अभिवेदन में कहा गया था कि पंजाब, राजस्थान और हरियाणा से लोग गुरु जम्भेश्वर की याद में बीकानेर में होने वाले वार्षिक उत्सव के लिए राजस्थान में अपने पैतृक गांव मुकाम पहुंचते हैं।

इस साल यह त्योहार दो अक्टूबर को है और सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार उस दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे, जिससे वे अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने से वंचित हो सकते थे।

इसके साथ ही, हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने लंबे सप्ताहांत को ध्यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग से मतदान की तारीख बदलने का अनुरोध किया था।

भाजपा की हरियाणा इकाई के प्रमुख मोहन लाल बड़ौली ने भी निर्वाचन आयोग को चुनाव स्थगित करने के लिए धन्यवाद दिया।

कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि भाजपा ने चुनाव स्थगित करने की मांग करके हार स्वीकार कर ली है। इस टिप्पणी के बारे में सवाल किए जाने पर बड़ौली ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र को कमजोर करने का काम किया है। उन्होंने आपातकाल लागू किया… उनकी यह कभी सोच नहीं रही कि अधिक से अधिक लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करने में सक्षम होने चाहिए।’’

बड़ौली ने कहा, ‘‘जब मैंने पत्र लिखा था, तो मैंने चुनाव स्थगित करने के कारण बताए थे। हम निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत करते हैं।’’ भाजपा की हरियाणा इकाई के नेता और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने भी चुनाव स्थगित करने के फैसले का स्वागत किया।

 

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