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विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु जातियों के लोगों को मिलेगा विकास का पूरा लाभ : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

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विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु जातियों के लोगों को मिलेगा विकास का पूरा लाभ : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

शिक्षा और कॅरियर निर्माण के लिए समाज के युवाओं को देंगे सभी सुविधाएं
रवीन्द्र भवन में हुआ विमुक्ति दिवस पर राज्यस्तरीय आयोजन

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में रहने वाले विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु समुदाय के लोगों को कल्याणकारी योजनाओं का पूरा लाभ दिया जाएगा। प्राचीन काल से घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु जातियों ने साहस और शौर्य के अनेक उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु जातियों के युवाओं और अन्य प्रतिभाओं को शिक्षा के साथ अच्छे भविष्य और कॅरियर निर्माण के लिए राज्य सरकार पूर्ण सहयोग करेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को रवीन्द्र भवन, भोपाल में विमुक्ति दिवस के राज्यस्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घुमन्तु, अर्धघुमन्तु कल्याण विभाग की प्रदर्शनी भी देखी और विभाग के पोर्टल 'समर्थ' का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री ने घुमन्तु और अर्धघुमन्तु समाज के कल्याण के लिए कीं अनेक घोषणाएँ

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इन जातियों को एक स्थान का निवासी घोषित करने के उद्देश्य से एक स्थान मान्य करते हुए मूल मुकाम को दर्ज किया जाएगा। इसके अनुसार आवश्यक अभिलेख तैयार करने में मदद मिलेगी। इससे घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु समुदाय की वे जातियां जो वर्तमान में कल्याण योजनाओं के लाभों से छूटी हुई हैं, उन्हें भी योजनाओं का लाभ दिया जा सकेगा। भाट, चारण, बेलदार, पारधी, कुचबंदिया आदि जातियों को भी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा। कबूतरी, कालबेलिया, सिकलीगर, बांछड़ा आदि जातियों के लिए विशेष योजना बनेगी। गड़रिया, लोहार जाति एवं अन्य जातियों के लिए आवश्यकतानुसार आवास व्यवस्था की जाएगी। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देते हुए इन जातियों के नागरिकों को बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं दी जाएंगी। युवाओं को आवश्यक प्रशिक्षण का भी लाभ दिया जाएगा। अग्निवीर और अन्य योजनाओं से लाभान्वित करने पर ध्यान दिया जाएगा। इन जातियों के युवाओं के लिए खेल क्षेत्र में भी आवश्यक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संभाग स्तर पर इन जातियों की लोक-संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए प्रयास किए जाएंगे एवं शहरों में बनने वाले गीता भवनों से भी समाज की जातियों को जोड़ा जाएगा। इन जातियों के लिए मांगलिक भवन भी निर्मित किए जाएंगे एवं उनके विकास के लिए निरंतर संवाद का सिलसिला चलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आवश्यक सामाजिक रीतियों में समय अनुकूल सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि समुदाय के कुछ लोगों के अपराध से संलग्न होने पर सम्पूर्ण समुदाय अपराधी नहीं माना जा सकता। बदलते दौर में सजा अपराधी को देने, न कि समाज को देने का भाव भी विकसित हुआ है।

कार्यक्रम में बंजारा लोक कलाकार सुरीना पवार ने प्रभावी पारम्परिक नृत्य प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रभावी प्रस्तुति के लिये कलाकार रीना पवार को 21 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विमुक्ति दिवस के पूरे प्रदेश में आयोजन के लिए विभाग एवं आयोजक संस्थाओं को बधाई दी।

विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु कल्याण, पिछड़ा वर्ग एवं अल्प-संख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा कि आज विमुक्ति दिवस पर घुमन्तु और अर्द्धघुमन्तु जातियों के कल्याण संबंधी योजनाओं की जानकारियां विशेष प्रदर्शनी के माध्यम से दी गई हैं। इन जातियों को अंग्रेजों द्वारा अपराधी घोषित किया गया था। स्वतंत्रता के पश्चात इन जातियों को उस कलंक से मुक्ति मिली और अब इन जातियों के लोग विकास का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इन जातियों के कल्याण का संकल्प लिया है। प्रदेश में इन जातियों के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास, छात्रवृत्ति एवं विद्यार्थियों को आवास का किराया देने की व्यवस्था की गई है। छात्रवृत्ति राशि भी बढ़ाई गई है। शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन जातियों के निवासियों, मजरों-टोलों के विकास और बस्तियों के विकास के लिए राज्य सरकार कृत-संकल्पित है। प्रारंभ में विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष बाबूलाल बंजारा ने स्वागत भाषण दिया। रवि प्रताप बुंदेला ने कहा कि इन जातियों के विकास के लिए शासन द्वारा संचालित योजनाएं मददगार हैं। मध्यप्रदेश में घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु जातियों के कल्याण को प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आवश्यक निर्देश दिए हैं। इन जातियों को आर्थिक समृद्धि का लाभ दिलवाने का मार्ग अब आसान हो गया है।

मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विमुक्ति दिवस समारोह स्थल रवीन्द्र भवन परिसर में प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु समुदाय के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्ध-घुमन्तु समुदाय के महापुरुषों, विभूतियों की जीवन गाथा को चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अतिथियों के साथ प्रदर्शित चित्रों का अवलोकन किया।

पारम्परिक परिधान पहने युवक-युवतियों ने ली सेल्फी

विमुक्ति दिवस समारोह में भाग लेने आये विमुक्त समुदाय के युवक-युवतियों ने विमुक्त दिवस समारोह स्थल में मुख्यमंत्री डॉ. यादव के साथ सेल्फी ली। युवक-युवतियाँ, घुमन्तु समुदाय विशेष के पारंपरिक परिधान और आभूषण पहने हुए थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने तस्वीर लेने के साथ युवक-युवतियों से परिचय भी प्राप्त किया।

घनश्याम भट्ट के ग्रुप ने दी कठपुतली की प्रस्तुति

विमुक्ति दिवस समारोह में घनश्याम भट्ट ग्रुप ने कठपुतलियों के माध्यम से राज्य शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की रोचक जानकारी दी। ग्रुप में सर्वजगदीश भट्ट, राहुल भट्ट, राजू भट्ट और जयराम राणा भी शामिल थे।

कार्यक्रम में भोपाल सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक भगवान दास सबनानी, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष मोहन नागर, कोल विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रामलाल रौतेल, सहरिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष तुरसन पाल, भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दिनेश अंगरिया सुमित पचौरी, केदार मंडलोई तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु कल्याण अजीत केसरी ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विमुक्त, घुमन्तु और अर्द्ध-घुमन्तु समुदाय के लोग उपस्थित थे। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए प्रतिनिधियों ने विशाल पुष्पहार से मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत किया।

 

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