Home मध्य प्रदेश मप्र में पेट्रोलियम पदार्थों पर टैक्स की मार का असर गुजरात सीमा...

मप्र में पेट्रोलियम पदार्थों पर टैक्स की मार का असर गुजरात सीमा से सटे पंप संचालकों का पड़ रहा

13

अलीराजपुर
मप्र में पेट्रोलियम पदार्थों पर टैक्स की मार का असर गुजरात सीमा से सटे पंप संचालकों का पड़ रहा है। मप्र में दाम इतने अधिक हो गए हैं कि अब यहां के लोग गुजरात में ही एकमुश्त पेट्रोल-डीजल भरवाना पसंद कर रहे हैं। इस कारण जिले के सीमावर्ती क्षेत्र छकतला, चांदपुर, कट्ठीवाड़ा, चंद्रशेखर आजादनगर सहित आसपास के पेट्रोल पंपों पर सन्नाटा पसरा नजर आता है। दूसरी ओर सीमा के उस पार गुजरात के पंपों पर भारी भीड़ नजर आती है। छकतला, आज़ादनगर व चांदपुर की सीमा से सटे गुजरात के पेट्रोल पंप संचालक जमकर चांदी काट रहे हैं। छकतला से गुजरात के कंवाट की दूरी 13 किमी है। वहीं चांदपुर से महज चार किमी दूरी पर गुजरात का पेट्रोल पंप है।

इसी तरह आजाद नगर से गुजरात सीमा भी पास ही है। चूंकि यहां के लोगों का चिकित्सा, खरीदारी सहित अन्य कामों से गुजरात आना-जाना लगा ही रहता है, इसलिए अधिकांश लोग वहां से ही पेट्रोल-डीजल खरीद रहे हैं। गुजरात में इस समय पेट्रोल की कीमत मप्र से करीब 13.25 रुपये और डीजल की 2.81 रुपये कम है।
दाम में अंतर इतना ज्यादा है कि जो वाहन चालक एक बार में अधिक ईंधन खरीदते हैं, उन्हें गुजरात में यह काफी सस्ता पड़ रहा है। यही वजह है कि मप्र के स क्षेत्र सीमावर्ती क्षेत्र में पंप संचालक खाली बैठे हैं।

मप्र में टैक्स की सबसे ज्यादा मार
यूं तो मप्र और गुजरात दोनों ही जगह भाजपा की सरकार है। हालांकि, गुजरात की तुलना में मप्र में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स की मार कहीं ज्यादा है। मप्र पेट्रोल-डीजल पर सर्वाधिक कर वसूलने वाले राज्यों में शुमार है।

पेट्रोल पंप एजेंसी लेने वाले परेशान
स्थानीय पंप संचालक कहते हैं कि दाम में यह अंतर आज से नहीं, अरसे से है। ऐसे में सीमावर्ती क्षेत्र में पंप की एजेंसी लेने वाले परेशान हैं। नाम मात्र को ही यहां पेट्रोल-डीजल की बिक्री होती है। पंप का संचालन तक मुश्किल हो रहा है। सरकार को इस दिशा में सोचना चाहिए।

गुजरात के पंपों पर सस्ते पेट्रोल-डीजल के बोर्ड
गुजरात के पंप संचालकों ने वाहन चालकों को आकर्षित करने के लिए अपने यहां बड़े-बड़े होर्डिंग लगा दिए हैं कि यहां मप्र से सस्ता पेट्रोल व डीजल उपलब्ध है। जाहिर है मप्र में टैक्स की मार की फायदा वहां के पंप संचालक उठा रहे हैं। जिले के आजादनगर, कट्ठीवाड़ा, चांदपुर, छकतला, बरझर जैसे सीमावर्ती गांवों के लोगों का भी अपने निजी कामों से गुजरात आना-जाना बना ही रहता है। इन इलाकों के लोग भी गुजरात में ही ईंधन भरवाना पसंद करते हैं। गुजरात जाने पर अगर कोई बाइक सवार एकमुश्त आठ लीटर पेट्रोल खरीदता है तो उसे करीब 100 रुपये की बचत हो जाती है। वहीं डीजल की बात करें तो 25 लीटर डीजल लेने पर 50 रुपये से अधिक बच जाते हैं। जाहिर है, आम लोग इतनी राशि बचाना ही चाहेंगे। सीमावर्ती क्षेत्र के रहवासियों का कहना है कि मप्र सरकार को भी गुजरात की तरह कर में कटौती करनी चाहिए। इससे आमजन को काफी राहत मिलेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here