भारतीय रेलवे आम लोगों की जीवन की लाइफ लाइन मानी जाती है. हर दिन हजारों की संख्या में यात्री ट्रेन से ट्रेवल करके अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाते हैं. ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए रेलवे ने कई तरह के नियम बनाए हैं. यात्रियों का इन नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है.
भारतीय रेल का मध्य रेल (Central Railway) जोन समय-समय पर टिकट की चेकिंग (Ticket Checking) अभियान चलाता रहता है. इसके जरिए रेलवे उन यात्रियों की जांच करता है जो ट्रेन में बिना किसी वैलिड टिकट के यात्री कर रहे हैं. ऐसे यात्रियों पर रेलवे सख्ती से कार्रवाई कर रहा है ताकी इससे बाकी यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो.
मध्य रेलवे (Central Railway Ticket Checking) ने हाल ही में जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-सितंबर 2022 के बीच रेलवे ने 24.58 लाख लोगों को पकड़ा जो बिना टिकट के यात्रा और सामान लेकर ट्रैवल कर रहे थे. ध्यान रखने वाली बात ये हैं कि वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में यह संख्या 97.13% तक ज्यादा है.
रेलवे ने जुर्माने से की इतनी कमाई
मध्य रेलवे ने इन 24.58 लाख लोगों से करीब 163.27 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला है. ऐसे में पिछली साल की तुलना में यह जुर्माना 129.12% ज्यादा है. पिछले साल रेलवे ने करीब 71.26 करोड़ रुपये की कमाई जुर्माने के रूप में की थी. मध्य रेलवे बिना टिकट के यात्रा करने और सामान ले जाने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं. इसके लिए मध्य रेलवे 1405 हैंडहेल्ड टर्मिनलों का यूज कर रही है.
बिना टिकट के यात्रा करने वालों के कारण रेलवे को हर साल होता है करोड़ों का नुकसान
आपको बता दें कि बिना टिकट के चलने वाले यात्रियों के कारण न सिर्फ बाकी यात्रियों को दिक्कत होती है बल्कि भारतीय रेलवे (Indian Railway News) को करोड़ों का हर साल नुकसान होता है. ऐसे में बिना टिकट यात्रा करने वाले लोगों से रेलवे कई ज्यादा गुना जुर्माना वसूलता है.
इस कारण रेलवे का अलग-अलग जोन समय-समय पर टिकट चेकिंग अभियान शुरू करती हैं. रेलवे यात्रियों से समय-समय पर अनुरोध करता रहता है कि वह हमेशा वैलिड टिकट लेकर ही ट्रेन में यात्रा करें. इससे आप असुविधा से बचेंगे और रेलवे को भी आर्थिक नुकसान नहीं होगा.