छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से शिक्षक पात्रता परीक्षा( TET) परीक्षा में नकल का मामला सामने आया है। इस मामले में एक कैंडिडेट ने ही शिकायत की थी। अब शिकायत के बाद एक ऑब्जर्वर को निलंबित कर दिया गया है। वहीं परीक्षा केंद्र के 2 ऑब्जर्वर और केंद्राध्यक्ष के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। इसके लिए कलेक्टर ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है।
18 सितंबर को शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के लिए जिले के नंदेली में सेंटर भी बनाया गया था। जहां 300 कैंडिडेट ने परीक्षा दी थी। इस परीक्षा के लिए इस सेंटर में 20 टीचरों की ड्यूटी लगाई गई थी। इधर, परीक्षा के कुछ समय बाद एक परीक्षार्थी धनंजय चौहान ने कलेक्टर रानू साहू से शिकायत की थी। धनंजय ने अपनी शिकायत में बताया कि TET परीक्षा में जानबूझकर नकल कराया गया है। इसमें टीचरों ने भी साथ दिया है। इसी शिकायत के आधार पर कलेक्टर ने डीईओ को जांच के निर्देश दिए थे।
इस मामले में डीईओ आर.पी. आदित्य ने जांच भी पूरी कर ली और कलेक्टर को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसी जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ने ऑब्जर्वर उत्तरा कुमार सिदार, केंद्राध्यक्ष मदन कुमार पटेल और पर्यवेक्षक सुनीता एक्का को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के लिए शिक्षा विभाग को पत्र भेजा है। डीईओ की जांच रिपोर्ट में इन्हें ही दोषी पाया गया है। इसके अलावा एक पर्यवेक्षक राजेंद्र पटेल शिक्षक एलबी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। इन पर आरोप थे कि इन्हें इस नकल के बारे में पता था। इसके बावजूद इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। साथ ही मामले को दबाने का प्रयास भी किया गया था।
व्यापम की 3 सदस्यीय टीम पहुंची
मामले की शिकायत अब व्यापम से भी हुई थी। जिसके बाद बुधवार को 3 लोगों की जांच टीम व्यापम की तरफ से भेजा गई थी। इस टीम ने परीक्षा के दौरान वहां मौजूद सभी टीचरों से सर्किट हाउस में बात की है। इसके अलावा पर्यवेक्षकों और केंद्राध्यक्ष से पूछताछ की गई है। बताया जा रहा है कि जब व्यापम की तरफ से जांच के लिए टीम पहुंची, तब जाकर पूरा मामला सामने आया है।