रायपुर। आठ बार के विधायक और छत्तीसगढ़ भाजपा के कद्दावर नेता बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने मिडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं ने उन्हें सांसद के लिए चुनाव लड़ाया,जिसके लिए हाई कमान का आभार माना है।
बुधवार को मंत्रीमंडल की बैठक के दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह को सौंप दिया।ज्ञात हो कि वे संसदीय कार्य मंत्री भी थे। माना जा रहा है कि वरिष्ठ नेता और केबिनेट मंत्री रामविचार नेताम को संसदीय कार्य की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्यमंत्री साय को अपना इस्तीफा सौंपा।
बृजमोहन अग्रवाल ने कैबिनेट बैठक के दौरान मुख्यमंत्री साय को अपना इस्तीफा सौंपा।
छत्तीसगढ़ के रायपुर से सांसद चुने गए बृजमोहन अग्रवाल ने साय कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। वह प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री थे। बुधवार को साय कैबिनेट की बैठक में बृजमोहन शामिल होने के लिए पहुंचे थे। वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को अपना इस्तीफा सौंपा।
इस्तीफा देने के बाद बृजमोहन अग्रवाल भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि, इतने साल मंत्री रहा। किसी को कोई कष्ट हुआ तो माफ कर दे। बृजमोहन अग्रवाल अब तक संसदीय कार्य मंत्री थे। उनके इस्तीफे के बाद चर्चा है कि मंत्री राम विचार नेताम को जिम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं बृजमोहन अग्रवाल के मंत्री पद से इस्तीफे पर कांग्रेस ने तंज कसा है।
दो दिन पहले ही (17 जून को) विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था। उन्होंने इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को सौंपा था। तब मीडिया से बृजमोहन ने कहा था कि केंद्रीय नेतृत्व में सांसद का चुनाव लड़वाया है, तो सोच समझकर लड़ाया होगा। मुख्यमंत्री के अधिकारों में है कि वे 6 महीने तक मंत्री रख सकते हैं।
बृजमोहन बोले- जनता का मेरे ऊपर एहसान
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, मैंने छत्तीसगढ़ विधानसभा की सदस्यता एक दिन पहले त्यागी थी और आज मैंने अपना मंत्री पद त्यागा है। मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों ने आज मेरा लोकसभा चुनाव जीतने पर स्वागत किया है। मैं सभी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं।
मेरे कार्यकाल में अगर किसी को कोई तकलीफ हुई है तो उनसे मैं क्षमा चाहता हूं। जनता और कार्यकर्ताओं का लगाव और प्रेम अब तक जैसा मुझे मिला है, उम्मीद करता हूं आगे भी वैसा ही मिलता रहेगा। मैं जनता की आवाज पहले छत्तीसगढ़ के विधानसभा में उठाता था अब संसद में उठाता रहूंगा।
रायपुर दक्षिण सीट की जनता की बात करते हुए भावुक हुए बृजमोहन ने कहा कि, जनता का मेरे ऊपर एहसान और ऋण है। किसी एक व्यक्ति को आठ बार और बिना गैप के लगातार विधायक बनाया। जब विधायक पद से विदाई की तो इतिहास बना कर की। लोकसभा में भेजा तो इतिहास बनाया। मैं सबके प्रति आभार व्यक्त करता हूं।