नई दिल्ली। कई जरूरी दवाओं के दाम कम करने का ये फैसला नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) की 124वीं बैठक में लिया गया है। एनपीपीए देश में बिक रहीं उन जरूरी दवाओं के दाम का निर्धारण करती हैं, जिनका आम लोग इस्तेमाल करते हैं। बैठक में 54 दवा फॉर्मुलेशन और 8 विशेष दवाओं के दाम को कम करने का फैसला लिया गया।
इलाज व दवाओं के खर्च से परेशाान करोड़ों लोगों को सरकार ने बड़ी राहत दी है। आज से 54 जरूरी दवाओं के दाम कम हो गए हैं। जिन दवाओं के दाम में कटौती हुई है, उनमें डायबिटीज, हार्ट, कान की बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के साथ मल्टीविटामिन आदि भी शामिल हैं। इससे आम लोगों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है।
एनपीपीए की बैठक में फैसला
कई जरूरी दवाओं के दाम कम करने का ये फैसला नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) की 124वीं बैठक में लिया गया। एनपीपीए देश में बिक रहीं उन जरूरी दवाओं के दाम का निर्धारण करती हैं, जिनका आम लोग इस्तेमाल करते हैं। बैठक में 54 दवा फॉर्मुलेशन और 8 विशेष दवाओं के दाम को कम करने का फैसला लिया गया।
इन दवाओं के दाम हुए कम
एनपीपीए ने इस बैठक में जिन 54 दवाओं के दाम तय किए, उनमें डायबिटीज, हार्ट, एंटीबायोटिक, विटामिन डी, मल्टी विटामिन, कान से जुड़ी दवाएं आदि शामिल हैं। उनके अलावा एनपीपीए ने 8 स्पेशल फीचर उत्पादों के दाम पर भी इस बैठक में फैसला लिया।
पिछले महीने कम हुए इनके दाम
इससे पहले सरकार ने पिछले महीने भी कई जरूरी दवाओं के दाम को कम किया था। पिछले महीने आम इस्तेमाल की 41 दवाओं और 6 स्पेशल दवाओं के दाम कम किए गए थे। एंटीबायोटिक, मल्टी विटामिन, डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी दवाओं के दाम पिछले महीने भी कम किए गए थे। उनके अलावा लीवर की दवाएं, गैस व एसिडिटी की दवाएं, पेन किलर, एलर्जी की दवाएं भी पिछले महीने सस्ती की गई थीं।
10 करोड़ से ज्यादा लोगों को लाभ
ऐसा अनुमान है कि एनपीपीए के इस फैसले से करोड़ों लोगों को फायदा हो सकता है। उदाहरण के लिए अभी देश में अकेले डायबिटीज के 10 करोड़ से ज्यादा मरीज हैं। यह दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में ज्यादा है। डायबिटीज के मरीजों को नियमित दवाओं पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में दाम कम होने से डायबिटीज के 10 करोड़ से ज्यादा मरीज सीधे तौर पर लाभान्वित होने वाले हैं।